रिपोर्ट/विवेक शुक्ला
रामनगर बाराबंकी।मां के साथ किराए के मकान में रहकर जीवन यापन कर रहे एक 18 वर्षीय युवक ने फांसी के फंदे से झूल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इसकी जानकारी होने पर माँ अपने पुत्र के शव से लिपट कर रोने लगी। इसके बाद वह बदहवास होकर पुत्र का पुनः जीवन मांगने के लिए रोते बिलखते महादेवा मंदिर पहुंच गई। सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा मामले की जांच पड़ताल के बाद महादेवा मंदिर पहुँचकर मां को समझाकर वापस मकान लाया गया। थाना क्षेत्र के ग्राम जफरपुर कटरा निवासी रामकिशोर का 18 वर्षीय पुत्र वैभव उर्फ रौनक अपनी माँ और दो छोटे भाईयों के साथ बुढ़वल चौराहा स्थित शुक्ला कॉलोनी में रहता था। शुक्रवार को वह अपने मकान में दुप्पटा के सहारे फांसी के फंदे से झूलकर मौत को गले लगा लिया। बाहर बैठी मां ने जब अंदर से बंद मकान के दरवाजे को खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई तो माँ ने आसपास के लोगो को बुलाकर छत के ऊपर से दरवाजा खुलवाया तो उसका शव फांसी के फंदे से लटकता देख मां सर पटक पटक कर रोने लगी, इधर पुत्र के शव को फंदे से नीचे उतारा जा रहा था उधर मां की ममता अपने पुत्र का जीवन पुनः मांगने की आश लेकर पैदल ही रोते बिलखते महादेवा मंदिर पहुंच गयी।घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस माँ को मन्दिर से घर वापस लाई। और शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजा। कोतवाल अनिल कुमार पांडेय ने बताया मामले कि जांच की जा रही है पीएम रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्यवाई की जाएगी।































