
भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता से सराबोर हुआ महादेवा महोत्सव का मंच
रामनगर, बाराबंकी। महादेवा महोत्सव के प्रतिष्ठित मंच पर मंगलवार को प्रस्तुत की गई ‘गंगा अवतरण’ कथक नृत्य नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पर्णिका श्रीवास्तव, रागिनी श्रीवास्तव और उनके ग्रुप द्वारा प्रस्तुत इस नाटिका में माँ गंगा के पृथ्वी पर अवतरण की पौराणिक कथा को भाव, ताल और संगीत के सुंदर संगम के साथ जीवंत रूप में दर्शाया गया। नृत्य प्रस्तुति की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि कलाकारों ने कथा के प्रत्येक चरण को अत्यंत सहज और प्रभावशाली अभिनय के साथ प्रस्तुत किया, जिससे दर्शक कथानक से गहराई से जुड़ सके।
नाटिका में पर्णिका श्रीवास्तव ने माँ गंगा की भूमिका निभाते हुए उनकी करुणा और तेजस्विता को उत्कृष्ट भावाभिनय के माध्यम से दर्शाया। शिवजी का सशक्त चित्रण अभिजीत ने किया, जिनकी उपस्थिति और अभिनय ने प्रस्तुति में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। कपिल मुनि और राजा भगीरथ के किरदार अंश पांडे ने निभाए। समूह नृत्य में रितिका मिश्रा, अनुराधा और जया ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से मंच की गरिमा और बढ़ा दी।
यह नृत्य नाटिका न केवल एक सांस्कृतिक प्रस्तुति थी, बल्कि भारतीय पौराणिक धरोहर की एक जीवंत झलक भी थी, जिसने दर्शकों को अध्यात्म, परंपरा और संस्कृति के भाव से ओत-प्रोत कर दिया। महोत्सव में उपस्थित दर्शकों ने कलाकारों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए जोरदार तालियों से स्वागत किया।
इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गुंजिता अग्रवाल, तहसीलदार विपुल सिंह, नायब तहसीलदार विजय प्रकाश तिवारी, खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार, डॉक्टर दलबीर सिंह सहित राजस्व विभाग के कर्मचारी, पुलिसकर्मी एवं बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे। प्रस्तुति ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि संस्कृति और आध्यात्मिकता का संदेश भी प्रसारित किया।






























