रिपोर्ट/विवेक शुक्ला
रामनगर बाराबंकी। मोहल्ला धमेडी निवासी त्रिवेणी दत्त मिश्रा के निवास पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस का आयोजन भक्तिभाव के साथ सम्पन्न हुआ। आचार्य अखिलेश जी महाराज ने कथा प्रवचन में गोवर्धन पूजा, पूतना मोक्ष तथा भगवान श्रीकृष्ण की हृदय मोह लेने वाली बाल लीलाओं का विस्तृत वर्णन किया।महाराज ने बताया कि इंद्र के अभिमान को दूर करने हेतु श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर धारण कर ब्रजवासियों की रक्षा की। इस प्रसंग ने उपस्थित भक्तों को भगवान की करुणा और संरक्षण का संदेश दिया।
कथा के दौरान पूतना मोक्ष कथा सुनाते हुए आचार्य जी ने कहा कि पूतना जैसी पापात्मा भी भगवान की शरण में आने पर तार दी जाती है—यह भगवान के शरणागत वत्सल स्वरूप का प्रमाण है।अंत में माखन चोरी, ग्वालबाल संग नटखट लीलाएं, यशोदा मैया की ममता सहित बाल कृष्ण के मोहक स्वरूप का वर्णन हुआ, जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठे और कथा स्थल हरिनाम के जयकारों से गूंज उठा।बड़ी संख्या में भक्तों की उपस्थिति रही।































