रिपोर्ट/विवेक शुक्ला
रामनगर बाराबंकी। नगर के मोहल्ला धमेडी चार निवासी आशीष उपाध्याय के निज निवास पर चल रही श्री मद भागवत कथा के चौथे दिन मथुरा वृंदावन से आए सत्यम जी महराज ने भगवान श्रीराम जन्म एवं श्रीकृष्ण जन्म कथा सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया।
महाराज जी ने कहा कि जब पृथ्वी पर अधर्म, अन्याय और पाप का बोलबाला बढ़ा तब प्रभु श्री हरि ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के रूप में अवतार लेकर रावण जैसे अत्याचारी का अंत किया और धर्म की स्थापना की। उन्होंने मानव को जीवन जीने की कला सिखाई।उन्होंने इसके बाद श्रीकृष्ण जन्म कथा का विस्तृत वर्णन करते हुए बताया कि जब कंस जैसे अत्याचारी राजा ने अत्याचार की सीमा पार कर दी तब भगवान श्री हरि ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लेकर देवकी माता की कोख से जन्म लिया और अधर्म का नाश किया। अपनी बाल लीला से भक्तों को निहाल किया। भगवान जन्म की कथा के दौरान “जय श्रीराम” और “नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” के जयघोषों से वातावरण भक्तिमय हो उठा। बड़ी संख्या में भक्तों ने कथा श्रवण कर धर्म, सत्य और करुणा के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।अंत में आरती व प्रसाद वितरण के साथ कथा का समापन हुआ। इस अवसर पर गौरी कान्त दीक्षित,अशोक द्विवेदी,अमरेंद्र सिंह,कैलाश बक्श सिंह,ब्रजेश द्विवेदी,मीनाक्षी देवी आदि मौजूद रहे।
 
 
								 
															 
				































 
															 
															