रिपोर्ट/विवेक शुक्ला

रामसनेहीघाट (बाराबंकी)। नगर पंचायत रामसनेहीघाट में भ्रष्टाचार और मनमानी की पोल अब खुलकर सामने आ गई है। वार्ड नंबर 3 बनीकोडर में नाले के निर्माण में घटिया सामग्री और नियमों की खुली धज्जियां उड़ाए जाने से जनता में भारी आक्रोश है। इस मामले को लेकर वार्ड सभासद शिवा पुत्र विश्वनाथ ने मुख्यमंत्री से सीधे हस्तक्षेप कर दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने और जांच बैठाने की मांग की है।सभासद शिवा ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में लिखा है कि बनीकोडर वार्ड में नाले का निर्माण पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। फर्श मात्र एक इंच मोटी डाली जा रही है, जिसमें बड़े-बड़े पत्थर डाल दिए गए हैं। दीवारें इतनी कमजोर हैं कि हल्की बारिश में ही धंसने लगी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार और नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी मिलकर सरकारी धन का खुलेआम दुरुपयोग कर रहे हैं।सभासद ने कहा कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन को मौखिक और लिखित रूप से शिकायत की, पर किसी ने संज्ञान नहीं लिया। इससे नाराज होकर उन्होंने मामला अब सीधे मुख्यमंत्री तक पहुंचाया है।
उन्होंने कहा—“यह जनता के पैसे से हो रहा भ्रष्टाचार है, इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम जनता के साथ सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।”सभासद ने यह भी कहा कि नगर पंचायत के कुछ अधिकारी ठेकेदारों की मिलीभगत से निम्न गुणवत्ता का निर्माण करा रहे हैं, जबकि शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी निर्माण कार्य मानक के अनुसार हों।स्थानीय लोगों का कहना है कि नाले के निर्माण में हो रही धांधली से बरसात में जलभराव और गंदगी की समस्या और बढ़ जाएगी। उन्होंने भी मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मुख्य मांगें:
घटिया निर्माण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए।जिम्मेदार ठेकेदार और अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की जाए।
जनता के धन की वसूली और दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
 
 
								 
															 
				































 
															 
															