महादेवा बाराबंकी।नव युवक रामलीला समिति लोधेश्वर महादेवा के द्वारा लोधेश्वर महादेवा में चल रही 10 दिवसीय रामलीला के पांचवें दिन सीता स्वयंवर की लीलाओं का मंचन किया गया,मिथलापति नरेश राजा जनक ने अपनी पुत्री सीता के स्वयंवर के लिए पृथ्वी के समस्त राजाओं को आमंत्रण भेजा। जिसमें दुनिया के कोने-,कोने से आए राजाओं ने धनुष भंग करने की जोर आजमाइश की। लेकिन कोई सफल नहीं हो सका। गुरु विश्वामित्र के साथ राम लक्ष्मण भी जनक दरबार में धनुष यज्ञ देखने आए थे। जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।भगवान राम उसे उसी रूप में दिखाई दिए। मिथिलावासी उन्हें दूल्हा भेष में देख रहे थे। जनक दरबार में उपस्थित राजाओं में जो दुष्ट राजा थे उन्हें भगवान राम काल के रूप में व जो सज्जन राजा थे उन्हें श्री राम जी हितकारी के रूप में दिखाई पड़ रहे थे। पाताल लोक के राजा बाणासुर ने पहुंचकर धनुष यज्ञ का संचालन अपने द्वारा पूर्ण करने की जिम्मेदारी ले ली।लंकाधिपति रावण के पहुंचने पर रावण और बाणासुर में जबरदस्त
संवाद हुआ। जिसे देख दर्शक उत्साहित हो उठे। राजा जनक के द्वारा जब यह कहा गया पृथ्वी वीरों से खाली है तब लखन लाल इस पर अपना रोष प्रकट किया जिसको देखते हुए विश्वामित्र ने प्रभु श्री राम को धनुष तोड़ने की आज्ञा दे दी, प्रभु श्री राम ने धनुष को तोड़ा, धनुष टूटने के बाद प्रभु श्री राम के गले में जगत जननी जानकी ने वरमाला गले में डालकर प्रभु श्री राम को वरण किया जयमाला पढ़ते ही प्रभु श्री राम माता सीता के जयकारों से दर्शकों के उद्घोष से गूंज उठा धनुष के टूटते ही भगवान परशुराम के पहुंचने पर हलचल सी हो गई फिर धनुष टूटने का कारण जानकर परशुराम का क्रोधित होकर परशुराम लक्ष्मण का बहुत ही सुंदर संवाद हुआ जिस पर दर्शक बीच-बीच में जय श्री राम ,लखन लाल की जय के नारे लगाते आनंदित हो रहे थे। राम कलेवा के बाद कार्यक्रम की समापन की घोषणा हुई इस अवसर पर जगदीश शुक्ल,भोलानाथ सिंह,अनुराग शुक्ला, चंद्रेश द्विवेदी,इंद्रेश द्विवेदी,उपेंद्र,विवेक,जीतेंद्र,अनुभव तिवारी,निखिल, शुभम,अखिल,रमन मिश्रा सोनू गुप्ता,लवकुश मिश्रा,सतीश मिश्रा,प्रशांत मिश्रा रजनीकांत पांडे ,विनोद यादव,शिवा,राजन गुप्ता,नीलू,रिंकू,अरविंद,आदि कलाकारों के साथ सैकड़ों की संख्या में दर्शक उपस्थिति रहे, सुरक्षा व्यवस्था में महादेवा पुलिस चौकी से उप निरीक्षक राजकुमार सिंह, दीवान अजय कुमार सिंह सुरक्षा कर्मियों के साथ कार्यक्रम समाप्ति तक मौजूद रहे