Naradsamvad

ब्रेकिंग न्यूज़
Terror of history sheeter Manzoor Ahmed, video goes viral, FIR registered | हिस्ट्रीशीटर मंजूर अहमद का आतंक, वीडियो वायरल, FIR दर्ज: गवाही देकर लौट रहे कलीम को बंधक बनाकर पीटा, पुलिस को देखकर भागे – Bareilly News A headless body of a girl was found in Gorakhpur | गोरखपुर में युवती की सिर कटी लाश मिली: हत्या कर फेंका गया शव, पहचान करने में जुटी पुलिस – Gorakhpur News Big initiative to increase the income of farmers | किसानों की आय बढ़ाने के लिए बड़ी पहल: मिट्टी की जांच से खुलासा, कई इलाकों में पोषक तत्वों की कमी, समाधान के निर्देश – Kanpur Dehat News Two police station incharges on line duty in Unnao | उन्नाव में दो थाना प्रभारी लाइन हाजिर: लापरवाही पर SP की कार्रवाई, फूल सिंह और राजेश्वर त्रिपाठी हटाए गए – Unnao News Sub registrar accused of corruption | सब रजिस्ट्रार पर भ्रष्टाचार का आरोप: विवादित जमीन का एग्रीमेंट कराया, किसान और बैनामा लेखकों का विरोध – Raebareli News Controversy over Saint Premananda Maharaj’s night visit | संत प्रेमानंद महाराज के नहीं होंगे रात्रि दर्शन: अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की रात्रि पद यात्रा,स्वास्थ्य अनुकूल न होने का बताया कारण – Mathura News
[post-views]

38 newborns admitted on 32 beds in SNCU | एसएनसीयू में 32 बेड पर 38 नवजात भर्ती: जिला अस्पताल की स्थिति चिंताजनक, संक्रमण फैलने का खतरा – Maharajganj News


महराजगंजकुछ ही क्षण पहले

  • कॉपी लिंक
एसएनसीयू में बेड कम होने से परेशानी हो रही है। - Dainik Bhaskar

एसएनसीयू में बेड कम होने से परेशानी हो रही है।

महराजगंज जिला अस्पताल की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। 32 बेड की क्षमता वाले वार्ड में वर्तमान में 38 नवजात शिशु भर्ती हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

शासन-प्रशासन द्वारा गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, फिर भी अधिकांश बच्चे कमजोर और बीमार पैदा हो रहे हैं। एसएनसीयू में सांस की दिक्कत, जॉन्डिस, दूध न पीने की समस्या, कम वजन और समय से पूर्व जन्मे शिशुओं का उपचार किया जाता है।

क्षमता से अधिक मरीजों के भर्ती होने से न केवल स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी होती है, बल्कि बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है। जिला अस्पताल के डॉ. एपी भार्गव के अनुसार, अधिकतर मरीज आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं, जिन्हें मानवीय आधार पर भर्ती करना पड़ता है।

तीन दिवसीय निशुल्क शिविर राहत की बात यह है कि नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में तीन दिवसीय विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 6 से 8 फरवरी तक चलने वाले इस शिविर में केजीएमयू, एसजीपीजीआई और लोहिया संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का निःशुल्क उपचार करेंगे।

नवजातों से लिए लाभदायक एसएनसीयू का वातानुकूलित वातावरण नवजातों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, और चिकित्सकों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, सरकार के जागरूकता अभियानों के बावजूद बीमार नवजातों की संख्या में कमी नहीं आ रही है।



Source link

Loading

अन्य खबरे

गोल्ड एंड सिल्वर

Our Visitors

1183491
Total Visitors
error: Content is protected !!