आगरा के व्यवसायिक हब संजय प्लेस के व्यापारी और ग्राहक पिछले कई दिनों से पार्किंग व क्रेन द्वारा गाड़ियों को उठाए जाने से परेशान हैं। इसको लेकर संजय प्लेस वेलफेयर एसोसिएशन ने बुधवार को प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहाकि संजय प्लेस में अवैध रूप से पार्किंग
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पिछले दिनों व्यापारी पार्किंग की समस्या को लेकर विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल से मिले थे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष केएन अग्निहोत्री ने बताया कि नगर निगम द्वारा एक बार फिर संजय प्लेस की पार्किंग के ठेके उठा दिए गए हैं। पार्किंग के लोग व्यापारी, उनके कर्मचारी और ग्राहकों से जबरन शुल्क वसूल रहे हैं। इसके अलावा संजय प्लेस में नगर निगम लिखी एक क्रेन घूम रही है, जो लोगों की कारों को उठाकर ले जाती है। ये क्रेन अवैध रूप से संचालित है। कारों को छोड़ने के एवज में दो हजार रुपए तक वसूले जाते हैं। इससे संजय प्लेस में ग्राहकों ने आना बंद कर दिया है। व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया है।

व्यापारियों का कहना है कि ये क्रेन अवैध रूप से चल रही है।
किसके आदेश से चल रही क्रेन व्यापारियों ने कहाकि इस क्रेन को लेकर वो पिछले दिनों क्षेत्रीय विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल से मिले थे। उन्होंने जब इस संबंध में नगर आयुक्त से पूछा तो उन्होंने इस तरह की किसी क्रेन के संचालन का आदेश न होने की बात कही। वहीं मेयर ने भी क्रेन को अवैध बताया। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इस क्रेन का संचालन आखिर कौन करवा रहा है। कौन हर दिन कारों से आने वाले हजारों रुपए ले रहा है।
क्रेन संचालक नहीं दिखा सका कोई लेटर व्यापारियों ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर मंगलवार को चैंबर अध्यक्ष के साथ नगर आयुक्त से दोपहर एक बजे व्यापारियों की बैठक तय हुई थी। जब व्यापारी नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे तो नगर आयुक्त नहीं मिले। इसके बाद जब व्यापारी वापस आए तो उन्हें क्रेन मिली। उन्होंने क्रेन चलाने वाले ड्राइवर से नगर निगम का अथारिटी लेटर मांगा तो वो नहीं दिखा सका। न ही क्रेन का कोई कागज ही उसके पास था। इसके अलावा जब व्यापारियों ने क्रेन के नंबर से उसकी डिटेल निकाली तो पता चला कि क्रेन खुदाई करने के लिए रजिस्टर्ड है। इसको मोडीफाइड कर क्रेन बनाया गया है। इसके अलावा इसका पंजीकरण सितंबर 2024 में खत्म हो गया है। वाहन भी यूरो -2 है जो कि आगरा में प्रतिबंधित है। व्यापारियों ने कहाकि अगर प्रशासन ने इस मामले को सोमवार तक हल नहीं किया तो वो पहले की तरह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर चाबी नगर आयुक्त को सौंप देंगे। इसके अलावा उनकी मांग है कि पहले के आंदोलन के समय जिन व्यापारियों पर फर्जी मुकदमे लगाए गए हैं, उन्हें निरस्त किया जाए। प्रेस वार्ता में हीरेन अग्रवाल, विनय मित्तल, आरएस सेंगर, अशोक जैन, अरविंद सिंह, अनिल अग्रवाल, सतपाल अरोड़ा और अनिल अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।