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नसीम के मंदिर दर्शन का मामला: सपाई बोले- मजहब किसी में भेद नहीं सिखाता, इसे तूल नहीं देना चाहिए


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय

Updated Fri, 01 Nov 2024 11:21 PM IST

उपचुनाव में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने वनखंडेश्वर मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। नसीम के मंदिर जाकर दर्शन करने का मामला तूल पकड़ रहा है।


नसीम के मंदिर दर्शन का मामला
– फोटो : अमर उजाला



विस्तार


चुनाव प्रचार के दौरान नसीम सोलंकी के मंदिर में दर्शन करने के मामले को लेकर एक व्यक्ति ने ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी से मसला पूछा और शरीयत की रोशनी में इसकी व्याख्या मांगी। इसपर मुफ्ती ने कहा कि अगर कोई मुस्लिम जानबूझकर मूर्ति पूजन करता है जोकि इस्लाम में वर्जित है तो वह पहले तो तौबा करे और फिर दोबारा कलमा पढ़े।

इस संबंध में बात करने के लिए नसीम सोलंकी से संपर्क नहीं हो सका। वहीं महानगर सपा के वरिष्ठ महानगर उपाध्यक्ष शैलेंद्र यादव मिंटू ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी सभी धर्मों के पूज्य स्थालों पर जाते हैं। तमाम भाजपाई दरगाहों पर जाकर चादरें चढ़ाते हैं। वह किसी भी पार्टी से क्यों न हों। मजहब किसी में भेद रखना नहीं सिखाता। ऐसे में नसीम के मंदिर जाने के मामले को तूल नहीं देना चाहिए।



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