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भेड़िये का खौफ: रामनगर में भेड़िया दिखने से दहशत, ग्रामीणों ने बनाया वीडियो, वन विभाग ने की जांच | wolf fear: Villagers make video of wolf sighting in Ramnagar, forest department conducts probe


भेड़िये देखे जाने की घटना

बीते रविवार को जब गणेशपुर गांव के एक किसान नारायण गुप्ता, अपने खेत की रखवाली कर रहे थे, उन्होंने झोपड़ी से छिपकर भेड़िये का वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो में भेड़िया साफ़ तौर पर उनके खेतों के पास घूमता हुआ देखा गया। भेड़िये को शिकार की तलाश में इधर-उधर भटकते देख ग्रामीणों में खौफ का माहौल बन गया है। लोगों ने अपने बच्चों और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है।

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ग्रामीणों के अनुसार, यह घटना उस समय की है जब भेड़ियों का एक झुंड घाघरा नदी पार कर बाराबंकी जिले में दाखिल हुआ। पास के गांव रेलीबाजार के निवासी अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने तीन भेड़ियों को नदी पार करते हुए गणेशपुर तटबंध की ओर आते देखा। इसके अलावा, अन्य ग्रामीण चरवाहों ने भी बताया कि भेड़ियों को धोबीघाट इलाके में देखा गया है, जहां पहले से ही भेड़ियों और सियारों की मांदें मौजूद थीं।

ग्रामीणों में फैली दहशत

गणेशपुर और आसपास के गांवों में भेड़िये दिखने के बाद से ग्रामीणों में भारी डर है। खासकर चरवाहों में चिंता का माहौल है, क्योंकि उन्हें डर है कि अगर वे मवेशियों को चराने के लिए नदी किनारे ले जाएंगे, तो भेड़िये उन पर हमला कर सकते हैं। इस क्षेत्र के एक प्रत्यक्षदर्शी, शिवकुमार रावत, ने बताया कि रविवार को दोपहर में तीन भेड़ियों को घाघरा नदी पार करते हुए और गणेशपुर के खेतों में घूमते देखा गया।

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ग्रामीण अब अपने बच्चों और मवेशियों को लेकर चिंतित हैं और कई लोग अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क हो गए हैं। इस घटना के बाद से बच्चों को बाहर अकेले नहीं जाने दिया जा रहा है और कई लोग अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बना रहे हैं।

वन विभाग की कार्रवाई

जैसे ही यह मामला सामने आया, वन विभाग की टीम ने इलाके का दौरा किया और घटना की जांच शुरू कर दी। डिप्टी रेंजर अवनीश द्विवेदी ने पुष्टि की कि वायरल वीडियो की जांच की जा रही है और वीडियो में भेड़िये की उपस्थिति स्पष्ट रूप से दिख रही है। रेंजर शहजादे इस्लामुद्दीन ने कहा कि भेड़िये के पंजों के निशान धान के खेतों में पाए गए हैं, जो घटना की पुष्टि करते हैं।

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वन विभाग के कर्मचारी गुल्ले यादव और लालबचन ने धोबीघाट के पास जांच की, जहां उन्हें भेड़ियों के पंजों के निशान मिले। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा फिर से दो भेड़िये एक साथ देखे गए, जिनका वीडियो भी बनाया गया।

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वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। विभाग ने ग्रामीणों को भेड़ियों के हमले से बचने के उपाय भी बताए और कहा कि वे अपने मवेशियों और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर रखें।

सुरक्षा के उपाय और अपील

ग्रामीणों से कहा गया है कि वे रात के समय मवेशियों को खुले में न छोड़ें और बच्चों को अकेले बाहर न जाने दें। वन विभाग ने इस बात पर जोर दिया कि भेड़िये शिकार की तलाश में हैं, इसलिए उन्हें उकसाने से बचें। साथ ही, अगर किसी को भेड़िये दिखाई देते हैं, तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

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रामनगर में भेड़ियों का आना न केवल ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण और मानव-जीवन के बीच तालमेल का भी मामला है। वन विभाग की सतर्कता और ग्रामीणों की जागरूकता से ही इस स्थिति से निपटा जा सकता है।



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