CM Yogi ने क्या कहा ?
सभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी ने बहुत स्पष्ट रूप से कहा था कि आर्थिक उन्नति और प्रगति का मापक ऊंचे पायदान पर खड़े हुए व्यक्ति से नहीं बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से की जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने अंत्योदय की बात की। आज देश के अंदर चाहे वो भारतीय जनता पार्टी हो या कोई अन्य राजनितिक दल यदि उनके एजेंडे का हिस्सा गरीब आया है, गांव आया है, किसान आया है, महंगाई एजेंडे का हिस्सा बनी है और बिना भेदभाव के शासन की हर एक योजना हर एक तबके तक पहुंचाना। ये राजनितिक पार्टियों के अजेंडे का हिस्सा आया है तो स्वतंत्र भारत में अंत्योदय के सबसे प्रखर प्रवक्ता के रूप में जिस महापुरुष का नाम लिया जाता है वो दीनदयाल उपाध्याय जी हैं।
आज भी प्रासंगिक है पंडित जी की बातें
CM Yogi ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी ने उस समय जो बातें कही थीं उसकी प्रासंगिकता आज भी उस रूप में बनी हुई हैं। उन्होंने उस समय जो बातें कही थीं अपने लेखन में उन्होंने उन बातों का उल्लेख किया। जो मुद्दे हमे आज दिखाई दे रहे हैं उन्होंने स्पष्ट रूप से इसकी वकालत की।
बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का अहम हिस्सा
CM Yogi ने कहा कि जब हम बाराबंकी की बात करते हैं तो बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का महत्वपूर्ण जनपद बन चूका है। अब विकास का लाभ प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक सिमित नहीं रहेगा बल्कि उसके बराबर का हिस्सेदार बाराबंकी भी बनने जा रहा है। बाराबंकी स्टेट कैपिटल रीजन का पार्ट बनते ही बाराबंकी के साथ यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा का लाभ बाराबंकिवासियों को मिलेगा।
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विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर बनेगा महादेवा कॉरिडोर
बाराबंकी इस मामले में भी सौभाग्यशाली है कि एक ओर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है तो दूसरी तरफ श्री अयोध्या धाम है। यहां पर खास तौर पर बाराबंकी की जो पहचान बनती है श्री लोधेश्वरनाथ मंदिर, महादेवा। महादेवा को एक पहचान देने के लिए प्रदेश का धर्मार्थ कार्य पर्यटन और संस्कृति विभाग लगातार काम कर रहा है। कशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर महादेवा धाम कॉरिडोर भी बनाया जाएगा।
केडी सिंह बाबू की हवेली में बनेगा स्मारक
हॉकी में भारत का नाम ऊंचा करने वाले केडी सिंह बाबू की जो हवेली सरकार ने ली है वहां भव्य स्मारक बनाया जाएगा। बाराबंकी में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाकर नौजवानो को नौकरी दी जाएगी। बाराबंकी ओद्योगिक दृष्टि, शैक्षणिक दृष्टि और प्रगतिशील किसानो की दृष्टि से भी काफी अच्छा काम कर रहा है। पद्म पुरस्कार से सम्मानित रामशरण वर्मा जी भी इसी धरती से हैं। व्यवाहरिक जीवन में अच्छे से जीने का एक उदहारण हैं राम शरण वर्मा जी। एक प्रगतिशील किसान के रूप में उन्होंने पुरे देश में अपनी पहचान बनाई है। इस धरती में बहुत पोटेंशियल हैं। सडकों की बेहतरीन रखरखाव के साथ-साथ उनकी सुदृढ़ीकरण की भी कार्य की योजना के साथ सरकार ने काम करना शुरू किया है।