रामनगर बाराबंकी।लेखपाल संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना दिया व कार्य ठप रखा। संघ के अध्यक्ष चंदन रावत के नेतृत्व में लेखपालों ने तहसीलदार विपुल कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा।
लेखपाल संघ रामनगर द्वारा भेजे गए आठ सूत्रीय मांग पत्र में कहा गया है कि पिछले नौ वर्षों से उनकी कई मूल मांगें लंबित हैं। इनमें लेखपाल पद की शैक्षणिक योग्यता और पदनाम में परिवर्तन, प्रारंभिक वेतनमान का उच्चीकरण, एसीपी विसंगति को दूर करना, और मृतक आश्रित लेखपालों की पुरानी पेंशन विसंगति का समाधान शामिल है।
इसके अतिरिक्त, लेखपालों ने स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करने, नियत यात्रा भत्ता के स्थान पर वाहन भत्ता या मोटरसाइकिल भत्ता लागू करने, और विशेष वेतन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह करने की मांग की।संघ ने राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदार के अतिरिक्त पदों के सृजन की भी मांग की।अध्यक्ष ने बताया कि 23 अगस्त 2018 को जारी शासनादेश के अनुसार अंतर्मंडलीय स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे, लेकिन आज तक स्थानांतरण सूची जारी नहीं की गई है, जबकि अन्य विभागों में हजारों कर्मचारियों के स्थानांतरण हो चुके हैं।ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि माननीय मुख्यमंत्री के 02.07.2025 और 03.09.2025 के निर्देशों के बावजूद, चयन वर्ष 2025-26 के लिए राजस्व निरीक्षक पदों पर पदोन्नति हेतु डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) अभी तक नहीं हो सकी है। लेखपालों ने यह भी बताया कि लगभग 3000 लेखपाल अपने परिवार से 500 से 1000 किलोमीटर दूर भय और तनाव के बीच नौकरी कर रहे हैं। इस दौरान संघ के मंत्री विनीत कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष वीर सिंह, कनिष्ठ उपाध्यक्ष आशुतोष वर्मा, उपमंत्री नूर मोहम्मद, कोषाध्यक्ष राम सुफल वर्मा गुरु शरन आदि लेखपाल मौजूद रहे।






























