Naradsamvad

[post-views]

ग्रीन हॉस्पिटल में बच्ची को जन्म देने के बाद प्रसूता की मौत परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

रिपोर्ट/विवेक शुक्ला

रामनगर बाराबंकी।ग्रीन प्राइवेट अस्पताल में पुत्री को जन्म देने के पश्चात प्रसूता की मौत हो गई। चिकित्सकों ने हालत गंभीर होने का हवाला देते हुए रेफर करने की बात कही जिसपर परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया तो पुलिस बुलाकर जबरन उसे सीएचसी रामनगर भेज दिया जहां से उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। वहां मौजूद डॉक्टरों द्वारा करीब 2 घंटे पूर्व मौत होने की बात सुनकर परिजनों में चीख पुकार मच गयी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतका के शव को पीएम के लिए भेज दिया। थाना रामनगर के ग्राम रजनापुर मजरें गोबरहा निवासी गौरी कान्त मिश्रा ने बताया कि अपनी पुत्री लक्ष्मी का विवाह लखनऊ के भीखमपुर कॉलोनी निशातगंज निवासी वीरेंद्र तिवारी से की थी। लक्ष्मी इन दिनों अपने मायके रजनापुर में थी। परिजनों के मुताबिक प्रसव पीड़ा के चलते लक्ष्मी को मंगलवार को रामनगर के कटियारा में संचालित ग्रीन हॉस्पिटल ले जाया गया। अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने 25 हजार का पैकेज तय कर प्रसूता को भर्ती करके उसका ऑपरेशन कर दिया। 5 बजे बच्ची का जन्म हुआ परिजनों के मुताबिक बुधवार को प्रसूता की इलाज में लापरवाही के चलते हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू किया तो गंभीर हालत बता कर उसे रेफर कर दिया गया परिजन ले जाने को तैयार नहीं हुए तो पुलिस बुला ली गई। परिजन प्रसूता को लेकर रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो वहां मौजूद चिकित्सक ने उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया ।परिजन जब प्रसूता को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी में मौजूद चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि इसकी मौत तो 2 घंटे पहले ही हो चुकी है। परिजनों के द्वारा नाराजगी जताई जाने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

आशा बहुओ एवं आशा संगीनियों के द्वारा प्रसव पीड़ित महिलाओं को झांसा देकर ले जाया जाता है प्राइवेट हॉस्पिटल।

प्रसूता की मौत का कोई यह पहले मामला नहीं है आशा संगिनी व आशा बहुओं के द्वारा की जा रही भारी कमीशन खोरी के चलते कई प्रसूताए मौत की भेंट चढ़ चुकी है आशा बहू के द्वारा प्रसुताओं को सरकारी अस्पताल ना ले जाकर के उन्हें समझा कर अच्छे इलाज का झांसा देकर प्राइवेट अस्पताल में ले जाया जाता है यहां प्राइवेट अस्पतालों के द्वारा डिलीवरी के नाम पर मरीजों से मोटी रकम ली जाती है और आशा बहू को निर्धारित कमीशन दिया जाता है। इसे पूर्व में भी रामनगर में प्राइवेट अस्पताल में प्रसूता की मौत हो चुकी है जहां आशा बहू के द्वारा सीएचसी से प्राइवेट अस्पताल में ले जाने का खुलासा हुआ था लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई न होने से आशा बहुओं की कमीशन खोरी खेल लगातार जारी है। परिजनों ने बताया कि प्रसूता लक्ष्मी की मौत के मामले में आशा संगिनी के द्वारा उसे अस्पताल ले जाया गया था।

ग्रीन हॉस्पिटल पूर्व में भी रहा है विवादों के घेरे में।

 ग्रीन हॉस्पिटल में हुई मौत का मामला यह नया नहीं है यह अस्पताल विवादों के घेरे में रहा है पहले यह रामनगर के बुढ़वल गांव में संचालित होता था यहां एक महिला मरीज के द्वारा अस्पताल संचालक पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी गई थी। लेकिन सेटिंग गेटिंग के चलते कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी थी उसके कुछ दिन बाद संचालक के द्वारा बुढ़वल गांव से हटाकर इसे कटियारा गांव में खोल दिया गया जहां इलाज के नाम पर मरीजों को लूटा जा रहा है।

इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अवधेश कुमार यादव ने बताया मामले की जांच करवा रहे यदि ऐसा मामला पाया जाता है तो संबंधित के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

सीएचसी अधीक्षक प्रणव कुमार श्रीवास्तव ने बताया मंगलवार को गंभीर हालत में मृतका को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर किया गया था। टीम गठित कर मामले की जांच की जायेगी।

अन्य खबरे

गोल्ड एंड सिल्वर

Our Visitors

210218
Total Visitors
error: Content is protected !!