रिपोर्ट – रोचक अग्निहोत्री
*बरेली, 18 जून:* स्मार्ट मीटर को लेकर चलाए जा रहे उपभोक्ता जागरूकता अभियान के अंतर्गत बरेली के मुख्य अभियंता वितरण के कार्यालय पर कैनओपी और प्रचार वाहन की शुरुआत की गई। इस प्रचार वाहन के माध्यम से बिजली उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के फायदे बताए जाएंगे। ताकि, लोगों में स्मार्ट मीटर को लेकर और सकारात्मक भाव पैदा हो। इसकी शुरुआत मुख्य अभियंता वितरण ज्ञान प्रकाश (बरेली जोन-1) के द्वारा की गई।
मुख्य अभियंता वितरण ज्ञान प्रकाश ने कहा कि स्मार्ट मीटर इंस्टॉल करने पर रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा सकती है। उपभोक्ता अपनी खपत को देख सकते हैं और उसे अपनी जरूरत के हिसाब से नियंत्रित भी कर सकते हैं। स्मार्ट मीटर व आर्मर्ड केबल पूरी तरह से निःशुल्क है, अगर इसके लिए आपसे कोई पैसे की मांग करता है तो इसकी शिकायत हमारे हेल्पलाइन नंबर 1912 पर कर सकते हैं। इससे गलत बिलिंग से छुटकारा भी मिलता है। क्योंकि, स्मार्ट मीटर रीडिंग में मानवीय भूल की गुंजाइश नहीं रहती है। इसमें ऊर्जा बचत होती है। यह बिजली चोरी को रोकता है और अधिक खपत पर अलर्ट देता है। ऑनलाइन सुविधाएं भी हैं। बिल भुगतान और खपत की जानकारी सीधे मोबाइल पर उपलब्ध है।
बरेली जनपद में 7 लाख 28 हजार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जाने हैं, जिसमें से 53 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। पीलीभीत में 3 लाख 15 हजार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जाने हैं, जिसमें से 60 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। बदायूं में 4 लाख 78 हजार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जाने हैं, जिसमें से 24 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। शाहजहांपुर में 4 लाख 28 हजार स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए जाने हैं, जिसमें से 26 हजार 500 से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना RDSS (रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम) से 3 करोड़ 9 लाख 78 हजार से अधिक स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। जिसमें से 36 लाख 78 हजार से ज्यादा स्मार्ट मीटर अब तक लगाए जा चुके हैं।
*बिजली चोरी रोकने का एक मात्र विकल्प*
स्मार्ट मीटर डिजिटल इंडिया के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति है। यह समय बचाती है और आपको स्मार्ट बनाती है। स्मार्ट मीटर बिजली चोरी को रोकने की दिशा में एक मात्र विकल्प है, जिससे बड़े पैमाने पर बिजली चोरी नियंत्रित की जा सकती है। इस दौरान बिजली विभाग के आला अफसर भी मौजूद रहे।