Naradsamvad

ब्रेकिंग न्यूज़
Time of 7 trains coming to Jhansi changed | झांसी आने वालीं 7 ट्रेनों का टाइम बदला: आज से 5 से 10 मिनट पहले छोड़ देंगी स्टेशन, पुराने समय पर पहुंचे तो छूट जाएगी ट्रेन – Jhansi News Panchayat Faisal Malik Struggle Story; Prahlad Cha | Prayagraj | संडे जज्बात- मोटा, काला और बदसूरत आदमी चाहिए तो बताएं: पंचायत सीरीज के उपप्रधान फैसल मलिक बोले-6 दिन सोया नहीं तब फूट-फूटकर रो सका In Lucknow, dowry-greedy husband gave triple talaq over the phone | लखनऊ में दहेज लोभी पति ने फोन पर दिया तीन-तलाक: दहेज की मांग न पूरी होने पर करता पिटाई, ससुर की बुरी नजर – Lucknow News *जहां ज्यादा बिजली चोरी, वहां आर्मर्ड केबल के साथ लगेंगे स्मार्ट मीटर- अधीक्षण अभियंता जागेश कुमार* किसानों के हक की लड़ाई में उतरे विराट मिश्रा, बाराबंकी जिला उपाध्यक्ष नियुक्त! मनरेगा में फर्जीवाड़े की फैक्ट्री! हैदरगढ़ ब्लॉक में खुलेआम गरीबों का हक लूटा जा रहा है?! BDO संजीव गुप्ता की चुप्पी संदेह के घेरे में, क्या भ्रष्टाचार में भी साझेदारी करते हैं BDO हैं?
[post-views]

38 newborns admitted on 32 beds in SNCU | एसएनसीयू में 32 बेड पर 38 नवजात भर्ती: जिला अस्पताल की स्थिति चिंताजनक, संक्रमण फैलने का खतरा – Maharajganj News


महराजगंजकुछ ही क्षण पहले

  • कॉपी लिंक
एसएनसीयू में बेड कम होने से परेशानी हो रही है। - Dainik Bhaskar

एसएनसीयू में बेड कम होने से परेशानी हो रही है।

महराजगंज जिला अस्पताल की विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है। 32 बेड की क्षमता वाले वार्ड में वर्तमान में 38 नवजात शिशु भर्ती हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

शासन-प्रशासन द्वारा गर्भवती महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, फिर भी अधिकांश बच्चे कमजोर और बीमार पैदा हो रहे हैं। एसएनसीयू में सांस की दिक्कत, जॉन्डिस, दूध न पीने की समस्या, कम वजन और समय से पूर्व जन्मे शिशुओं का उपचार किया जाता है।

क्षमता से अधिक मरीजों के भर्ती होने से न केवल स्वास्थ्य कर्मियों को परेशानी होती है, बल्कि बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है। जिला अस्पताल के डॉ. एपी भार्गव के अनुसार, अधिकतर मरीज आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं, जिन्हें मानवीय आधार पर भर्ती करना पड़ता है।

तीन दिवसीय निशुल्क शिविर राहत की बात यह है कि नेपाल सीमा से लगे क्षेत्र में तीन दिवसीय विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 6 से 8 फरवरी तक चलने वाले इस शिविर में केजीएमयू, एसजीपीजीआई और लोहिया संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सक मरीजों का निःशुल्क उपचार करेंगे।

नवजातों से लिए लाभदायक एसएनसीयू का वातानुकूलित वातावरण नवजातों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, और चिकित्सकों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, सरकार के जागरूकता अभियानों के बावजूद बीमार नवजातों की संख्या में कमी नहीं आ रही है।



Source link

Loading

अन्य खबरे

गोल्ड एंड सिल्वर

Our Visitors

2064233
Total Visitors
error: Content is protected !!