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श्रद्धेय राधेश्याम जी की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन शाहजहांपुर

रिपोर्ट – रोचक अग्निहोत्री (शाहजहांपुर)

शाहजहांपु – शुक्रवार को महानगर के जिला सहकारी बैंक सभागार में संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्रद्धेय स्व. राधेश्याम जी की स्मृति में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।सभा का प्रारंभ अनिल विभाग कार्यवाह ने दो मिनट मौन रखकर किया। तत्पश्चात नवनीत जी ने स्व. राधेश्याम जी के जीवन वृत्त का परिचय कराया।उन्होंने बताया कि स्व. राधेश्याम जी का जन्म 4 अगस्त 1949 को उत्तर प्रदेश के हाथरस नगर में हुआ था। उनके घर में पहले हलवाई और डेयरी का कारोबार था।राधेश्याम जी ने 1961 में हाथरस में संघ की शाखा जाना प्रारंभ किया और स्वयंसेवक बने।1962 में उन्होंने प्राथमिक शिक्षा वर्ग तथा 1971 में नागपुर से संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त किया।कक्षा बारह तक की पढ़ाई उन्होंने हाथरस में ही पूरी की।इस अवधि में वे सायं शाखा के मुख्यशिक्षक, मंडल कार्यवाह तथा सायं कार्यवाह रहे।

इसके उपरांत, तत्कालीन जिला प्रचारक ज्योति जी के आग्रह पर उन्होंने अलीगढ़ संघ कार्यालय पर रहकर स्नातक की शिक्षा पूर्ण की। तत्पश्चात 1972 में वे संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बने।आपातकाल के दौरान, वे बरेली में भूमिगत रहे।1984 में उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में पश्चिमी उत्तर प्रदेश का संगठन मंत्री नियुक्त किया गया, और 1989 में वे पूरे उत्तर प्रदेश के संगठन मंत्री बने।उनके कार्यकाल में ABVP को नया कार्यालय मिला और अनेक पूर्णकालिक कार्यकर्ता संगठन से जुड़े।1995 में मथुरा में एक कार्यकर्ता के साथ स्कूटर से जाते समय उन्हें भीषण मस्तिष्क घात (Brain Stroke) हुआ।

स्वास्थ्य लाभ में उन्हें लगभग दो वर्ष लगे।

इसके बाद उन्होंने जबलपुर के वनवासी क्षेत्र में भी सेवा कार्य किया।वर्तमान में वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संघ द्वारा संचालित छात्रावासों की देखरेख कर रहे थे।इसके साथ ही उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन एवं संकलन भी किया।

सभा में मा. विभाग संघचालक रवि जी, महानगर संघचालक रमेश जी, विभाग प्रचारक रवि जी, घनश्याम जी, रवींद्र जी, सौरभ जी, रौनक जी, वीरेंद्र जी, प्रभात जी, जिलाध्यक्ष के.सी. मिश्र जी आदि ने श्रद्धेय राधेश्याम जी के साथ अपने संस्मरण साझा किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।सभा में डी.पी.एस. राठौर जी, मचकेंद्र जी, इशपाल जी, रामकुमार जी, सहित संघ के अनेक प्रचारक एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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