एसकेडी डिग्री कॉलेज वृंदावन योजना लखनऊ में “बायोइन्फॉर्मेटिक्स और डेटा साइंस” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन को किया गया। कार्यशाला में प्रतिभागियों को बायोइन्फॉर्मेटिक्स और जैव विज्ञान में डेटा-आधारित अनुसंधान की गहन जानकारी प्रदान क
.
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य इस कार्यशाला में आधुनिक शोध तकनीकों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के माध्यम से डेटा संरक्षण की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रतिभागियों को बायोलॉजिकल डेटा एनालिसिस, कम्प्यूटेशनल टूल्स और जीवन विज्ञान में डेटा साइंस के अनुप्रयोगों पर विशेष सत्रों के माध्यम से जानकारी दी गई।
शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए ज्ञानवर्धक सत्र कार्यशाला के दौरान, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और छात्रों के लिए विभिन्न ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए गए। इनमें बायोइन्फॉर्मेटिक्स और डेटा साइंस के मूलभूत पहलुओं, बायोलॉजिकल रिसर्च में इसके अनुप्रयोगों और डेटा विश्लेषण के लिए कम्प्यूटेशनल टूल्स पर विशेष ध्यान दिया गया।
प्रतिभागियों को हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग सेशन्स के माध्यम से नवीनतम शोध पद्धतियों से अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त, विशेषज्ञ चर्चाओं के जरिए इस क्षेत्र के नए विकास और संभावनाओं पर भी गहन मंथन किया गया।
कार्यशाला का समापन एवं आभार कार्यशाला के समापन पर एसकेडी ग्रुप ऑफ एजुकेशन के निदेशक मनीष सिंह ने अपने उद्बोधन में एआई के माध्यम से डेटा संरक्षण और शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्टता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर सहायक निदेशिका (शैक्षणिक) कुसुम बत्रा ने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यशाला को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में डॉ. मंजरी शुक्ला, डॉ. अंशुल पंत, आरती सिंह, स्वाति सहगल और आयुषी सिंह का विशेष योगदान रहा।
बायोइन्फॉर्मेटिक्स और डेटा साइंस में शोध को मिलेगा बढ़ावा इस कार्यशाला से बायोइन्फॉर्मेटिक्स और डेटा साइंस में शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को उन्नत तकनीकों से लैस करके वैज्ञानिक अनुसंधान को नई दिशा देने में यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्य वक्ता इस कार्यशाला में प्रमुख वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने अपने विचार साझा किए। मुख्य अतिथि प्रोफेसर मोहम्मद सेजरुद्दीन, अध्यक्ष, जूलॉजी विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय डॉ. (प्रो.) सुधीर मेहरोत्रा, अध्यक्ष, बायोकैमिस्ट्री विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय डॉ. रुचि यादव, सहायक प्रोफेसर, एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ