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कृपा कृष्ण | गाजीपुर6 मिनट पहले
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गाजीपुर में विशाल भारत संस्थान द्वारा एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अशफाक उल्लाह खान शिक्षा इकाई के तहत पूर्वजों और परंपराओं की सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित था।
संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने बताया कि संस्थान हिंदू और मुस्लिम समाज को उनकी सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप एक साथ लाने का प्रयास कर रहा है।
संस्थान की खोज में कई रोचक तथ्य सामने आए हैं। जौनपुर में एक मुस्लिम परिवार मिला, जो कई पीढ़ियों पहले ब्राह्मण परिवार था। दिलदारनगर में भी एक मुस्लिम परिवार की पहचान की गई, जिनके पूर्वज राजपूत थे।

डॉ राजीव ने वोटर लिस्ट में एक ही परिवार के कई नामों के मुद्दे पर भी स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने बताया कि आश्रम-मठ परंपरा के अनुसार, शिक्षा लेने वाले बालक अपना पुराना नाम त्याग कर नया नाम धारण करते हैं। साथ ही पिता के स्थान पर गुरु का नाम जुड़ जाता है।
उन्होंने कहा कि यह सदियों पुरानी परंपरा है। डॉ राजीव ने बताया कि उनके 1700 बच्चे हैं और उन्होंने दूसरों को एक बच्चे को पालने की चुनौती भी दी।

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