तिलहर तहसील से धान खरीद के फर्जी सत्यापन का खुला रेट रहा पांच हजार रुपया प्रति सत्यापन
तिलहर तहसील के फर्जी सत्यापन के कागजों से मदनापुर ,कांट ,रौजा मंडी में हुई फर्जी खरीद
धान खरीद में फर्जीवाड़ा, दलाल-राइस मिलर्स और केंद्र प्रभारी मचा रहे लूट
शाहजहांपुर
शासन की तमाम सख्तियों के बावजूद फर्जी धान खरीद रुकने का नाम नहीं ले रही है। उच्च अधिकारियों की चुप्पी के चलते फर्जीवाड़ा करने वाले माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हो गए हैं कि खुलेआम क्रय केंद्रों पर अंगूठे का खेल चल रहा है
एसडीम तिलहर के यहाँ से 10 हजार 300 किसानों का पंजीकरण हुआ है जिसमे से 10 हजार 200 किसानों का सत्यापन हो चुका है जिसमे से 7 हजार किसानों से धान खरीदा जा चुका है
तिलहर तहसील से हजारों की संख्या में फर्जी किसानों के सत्यापन किये गए दबी जुबान से धान माफियाओं का कहना है कि तिलहर तहसील में पांच हजार में केवल आधार कार्ड और बैंक पासबुक से पंजीकरण होकर फर्जी सत्यापन हो जाता है इन्ही फर्जी सत्यापन के सहारे तिलहर मंडी मदनापुर ,कांट,रौजा मंडी,में अरबों रूपये का फर्जी धान खरीदा गया और आज भी खरीदा जा रहा है
तिलहर मंडी के अन्दर दलाल-राइस मिलर्स और केंद्र प्रभारी खुलेआम लूट मचा रहे है तिलहर मंडी में RFC के छह क्रय केंद्र संचालित है 18 दिसम्बर को इन क्रय केन्द्रों पर 52 लाख रुपया का 22 सौ कुंतल खरीदा गया है जबकि मंडी के अन्दर धान की कोई आवाक नहीं है
उदाहरण के लिए एक फर्जी किसान का सत्यापन दिखाते है दिनांक 12 दिसंबर को SHUSHMA GUPTA द्वारा RFC 2 पर 200 कुंतल धान बिक्री किया गया SHUSHMA GUPTA का सत्यापन तिलहर तहसील के राजस्व ग्राम विक्रमपुर चकौरा से करवाया गया जिसमे खतौनी खाता संख्या 40 ,94 का प्रयोग किया गया जबकि खतौनी खाता संख्या 40 में
1) कालीचरन सिंह/गजाधर सिंह/नि. ग्राम
2) बादाम ंिसह/गजाधर सिंह/नि. ग्राम
के नाम दर्ज है
इसी प्रकार खतौनी खाता संख्या 94 में
1) गोपीनाथ/पियारे लाल/नि. ग्राम
2) जगदीश प्रसाद/पियारे लाल/नि. ग्राम
3) जयपाल/गंगाराम/नि. ग्राम
4) पूरनलाल/वन्धूलाल/नि.ग्राम
5) रामगोपाल/वन्धूलाल/नि.ग्राम
6) श्रीमती चमेली/वन्धूलाल/नि.ग्राम
के नाम दर्ज है
इन खतौनियों में SHUSHMA GUPTA का नाम कहीं पर दर्ज नहीं है
सवाल यह उठाता है कि 200 कुंतल का सत्यापन SDM तिलहर द्वारा कैसे किया गया जो कि जांच का विषय है