रिपोर्ट – रोचक अग्निहोत्री (शाहजहांपुर)
शाहजहांपुर – मां… एक ऐसा शब्द, जिसमें पूरा संसार समाया है। और जब मां के सम्मान का दिन हो, तो उसे मनाना सिर्फ एक रस्म नहीं बल्कि दिल से निकली श्रद्धा होती है। डोरेमॉन्स इंटरनेशनल स्कूल, शाहजहांपुर ने इसी भावना को जीवंत करते हुए 10 मई 2025 को मदर्स डे का आयोजन किया, जो यादों की झोली में एक मीठा, भावनाओं से भरा दिन बनकर रह गया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक प्रेरणादायक नाटक से हुई जिसमें बच्चों ने मां के संघर्ष और बलिदान की कहानी दिखाई। इस मार्मिक प्रस्तुति में एक ऐसी मां को दर्शाया गया, जो अपने पति के न रहने पर भी मजदूरी करके अपने बच्चे की पढ़ाई जारी रखती है। यही बच्चा आगे चलकर आईएएस बनता है और मां का सपना पूरा करता है। यह दृश्य देखकर कई माताओं की आंखें नम हो गईं, और तालियों की गूंज ने बच्चों के हौसले को आसमान तक पहुंचाया।
इसके बाद का दृश्य तो और भी प्यारा था—जब बच्चों ने अपनी मम्मियों के साथ डांस किया। संगीत की धुन पर थिरकते इन रिश्तों ने वहां मौजूद हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी। बच्चों की मम्मियों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी, रैंप वॉक में कदमताल करते हुए उन्होंने मंच पर अपना जलवा बिखेरा और दिखा दिया कि वो सिर्फ ममता की मूरत नहीं, आत्मविश्वास की मिसाल भी हैं।
कार्यक्रम की विशेष बात रही स्कूल की प्रधानाचार्या दीपमाला रस्तोगी द्वारा अपनी मां नीलम रस्तोगी, सासू मां प्रमोद कुमारी और ननद रिचा वर्मा को प्रतीक चिन्ह देकर आभार व्यक्त करना—एक ऐसा दृश्य जिसने पारिवारिक मूल्यों की गरिमा को और ऊंचा कर दिया।
पुरस्कार वितरण में भी बच्चो और माताओं ने चमक बिखेरी—एसकेजी के प्रभव पांडे ने मां संग डांस कर प्रथम स्थान प्राप्त किया, कक्षा 2 के रामकृष्ण और उनकी मां ने द्वितीय स्थान जीता। एनसी की नन्ही प्रशिका गुप्ता ने अपनी मां संग रैंप वॉक में प्रथम स्थान पाकर सभी का दिल जीत लिया।
कार्यक्रम का संचालन उदय प्रताप सिंह ने बड़े ही सुंदर और भावनात्मक अंदाज़ में किया, जबकि सभी अध्यापक-अध्यापिकाएं कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
डोरेमॉन्स इंटरनेशनल स्कूल का यह आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं था, यह मां और बच्चे के रिश्ते की उस डोर को और भी मजबूत करने वाला एक मधुर अवसर था—जहां हर मां ने महसूस किया कि उनके जैसा प्यार दुनिया में और कहीं नहीं।