रामनगर, बाराबंकी।रामनगर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रामनगर बाराबंकी के प्राचार्य प्रोफेसर कौशलेंद्र विक्रम मिश्र ने एक प्रेस वार्ता में सोशल मीडिया और बाराबंकी एक्सप्रेस.इन पर प्रसारित उस खबर को भ्रामक और तथ्यहीन बताया जिसमें कॉलेज में तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर लोकायुक्त से जांच की मांग की गई है।
प्राचार्य प्रो. मिश्र ने स्पष्ट किया कि अभी तक कॉलेज में तृतीय श्रेणी के कथित पदों पर किसी भी प्रकार की नियुक्ति नहीं की गई है। उच्च न्यायालय की रिट संख्या 3588/2024, दिनांक 07.03.2024 के आदेश और निदेशक, उच्च शिक्षा प्रयागराज की स्वीकृति के आधार पर चयन प्रक्रिया डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की परिनियमावली की धारा 18.3/6(ख) के अंतर्गत प्रारंभ की गई थी, जिसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
प्राचार्य ने बताया कि चयन प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाकर उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग, लखनऊ में भी एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसे आयोग ने 23.06.2025 को तथ्यों से परे मानते हुए निरस्त कर दिया।
प्रो. मिश्र ने यह भी कहा कि यह शिकायत केवल कॉलेज की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से की गई थी और इसे अमिताभ ठाकुर द्वारा लोकायुक्त के समक्ष दर्ज कराया गया है। कॉलेज प्रशासन विधिक प्रक्रिया और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहा है।