अमर साइमन-कंसल्टिंग एडिटर
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नई दिल्ली के रन्हौला थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज कस्बे के मोहल्ला चिलांका निवासी कुलदीप बाथम, उम्र 26 वर्ष, जो फिलहाल नई दिल्ली के रन्हौला गांव में किराए के मकान में रह रहा था, एक हादसे का शिकार हो गया।परिवार के मुताबिक कुलदीप जैसे ही बाथरूम से बाहर निकला, फिसलकर घर के बाहर से गुजर रही 11,000 वॉट की हाई वोल्टेज बिजली लाइन से चिपक गया। करंट लगते ही युवक की मौके पर ही मौत हो गई।कुलदीप की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी कंचन और तीन छोटे बच्चे रिंकी, कृति और निशु का रो-रो कर बुरा हाल है।स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मोहल्ले और मूल गांव कायमगंज, फर्रुखाबाद में भी शोक की लहर दौड़ गई है।यह हादसा न केवल एक परिवार को उजाड़ गया, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि शहरी क्षेत्रों में बिजली लाइन जैसी खतरनाक व्यवस्थाएं कितनी लापरवाही से लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं।
नई दिल्ली के रन्हौला थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज कस्बे के मोहल्ला चिलांका निवासी कुलदीप बाथम, उम्र 26 वर्ष, जो फिलहाल नई दिल्ली के रन्हौला गांव में किराए के मकान में रह रहा था, एक हादसे का शिकार हो गया।
परिवार के मुताबिक कुलदीप जैसे ही बाथरूम से बाहर निकला, फिसलकर घर के बाहर से गुजर रही 11,000 वॉट की हाई वोल्टेज बिजली लाइन से चिपक गया। करंट लगते ही युवक की मौके पर ही मौत हो गई।
कुलदीप की मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। उसकी पत्नी कंचन और तीन छोटे बच्चे रिंकी, कृति और निशु का रो-रो कर बुरा हाल है।
स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मोहल्ले और मूल गांव कायमगंज, फर्रुखाबाद में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
यह हादसा न केवल एक परिवार को उजाड़ गया, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करता है कि शहरी क्षेत्रों में बिजली लाइन जैसी खतरनाक व्यवस्थाएं कितनी लापरवाही से लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं।