जलालाबाद और कलान के ईमानदार SDM द्वारा फर्जी सत्यापन न किए जाने के कारण और ईमानदार SDM की जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ में न आए इसलिए खरीद में पता मिर्जापुर का दिखाया
मिर्जापुर क्षेत्र के लोगों को फर्जी बटाईदार दिखाकर तिलहर तहसील से फर्जी सत्यापन का भी खेला जा रहा खेल
तिलहर तहसील से हुए फर्जी सत्यापन के सहारे जलालाबाद ,कांट, मदनापुर,जैतीपुर,कलान में हो रही फर्जी कागजों में खरीद
जलालाबाद और कलान तहसील के SDM द्वारा फर्जी सत्यापन न किए जाने के बाद धान माफियाओं ने तिलहर तहसील से फर्जी किसानों का दूसरों की जमीनों पर पंजीकरण करवा कर तिलहर SDM के यहां से फर्जी सत्यापन करवा लिया।चूंकि यहां के ज्यादातर क्रय केंद्रों से तिलहर की राइस मिल अटैच है।राइस मिल बालो ने पहले ही असली किसानों का धान औने पौने दामों में खरीद रखा है।काले धन को सफेद बनाने के लिए तिलहर तहसील से सांठ गांठ करके फर्जी किसानों का सत्यापन SDM तिलहर से करवाकर फर्जी किसानों की खरीद जलालाबाद,मिर्जापुर,कलान के क्रय केंद्रों पर चढ़ाई जा रही है।
इसका एक जीता जागता नमूना दिखाते है
जलालाबाद मंडी में संचालित UPSS B PACS LTD आंधीदेई शाखा जलालाबाद मंडी में अब तक एक करोड़ 77 लाख का 7650 कुंतल की धान खरीद हो चुकी है।इस क्रय केंद्र पर जिन किसानों से खरीद दिखाई है उनका पता मिर्जापुर का डाला गया जबकि इन फर्जी किसानों के पंजीकरण मिर्जापुर तहसील से नही किए गए।इसके लिए 30 नवंबर को चेक किया ,30 नवंबर को सात किसानों से 599 कुंतल धान खरीदा गया।जिसमे से पांच किसानों का पता मिर्जापुर लिखा गया।
जब इन फर्जी किसानों को तलाशा गया तो shashi mishra नामक किसान जिसने 75 कुंतल धान बिक्री किया था उसका पता मिर्जापुर डाला गया जबकि उसका पंजीकरण तिलहर तहसील के ग्राम उखरी खादर से करवाया गया पंजीकरण में खतौनी संख्या 133/ जितेंद्र,विश्वपाल,संतोष सिंह ,104/राजकुमारी,24/ख्याली,177/सुनीता सिंह,169/श्रीमती राजकुमारी का प्रयोग किया गया जबकि इन खतौनी में शशि मिश्रा का नाम कहीं पर दर्ज नहीं है।
इसी प्रकार FULLA DEVI ने 86 कुंतल धान बेचा इनका पता मिर्जापुर का ग्राम बहरिया दर्शाया गया लेकिन इनका पंजीकरण तिलहर तहसील के परगना जलालपुर के ग्राम शाहपुर खितौआ से करवाया गया।जिसमे खतौनी खाता संख्या 222/संजीव कुमार,156/श्याम लाल,126/रामबेटी,196/धर्मवीर,शांती देवी, रामश्री के नाम से है ।किसी भी खतौनी में FULLA DEVI का नाम दर्ज नहीं है।
इसी प्रकार SHALU ने 91 कुंतल धान बेचा इनका पता सादिकपुर डाला गया लेकिन पंजीकरण तिलहर तहसील के ग्राम मरेना खादर से बटाईदार के रूप में करवाया गया।
प्रमोद द्वारा 95 कुंतल धान बेचा गया इनका पता नाथी नगला दर्शाया गया जबकि पंजीकरण तिलहर तहसील के ग्राम शाहपुर खितौआ से करवाया गया पंजीकरण में खतौनी खाता संख्या 5/अच्युत,लवकुश,वरदान,विमला,हरि दर्शन ,120/ रामौतार,रामपाल के नाम दर्ज है ।प्रमोद का नाम किसी भी खतौनी खाता संख्या में नहीं है।
इसी प्रकार से सैकड़ों फर्जी किसानों से धान खरीद जलालाबाद मंडी के क्रय केंद्रों पर चढ़ाई गई है।