राघवेन्द्र मिश्रा/कृष्ण कुमार शुक्ल(नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी)
महादेवा बाराबंकी।सुप्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा में चल रही 10 दिवसीय रामलीला में आज रावण वध दशहरे की रोचक लीलाएं रामलीला मैदान में नवयुवक रामलीला समिति के कलाकारों के द्वारा दिखाई गई।दशहरा के मौके पर अहिरावण और रावण वध की लीला का मंचन किया गया। मेघनाद की मृत्यु के बाद रावण असहाय महसूस करता है और पाताल के राजा अहिरावण को युद्ध करने के लिए भेजता है। अहिरावण मायावी शक्ति से श्रीराम और लक्ष्मण का अपहरण कर पाताल में ले आता है। हनुमान जी अहिरावण का वध करके श्रीराम और लक्ष्मण को बंधन मुक्त कर ले आते हैं। इस पर रावण स्वयं युद्ध की कमान संभालता है। श्रीराम व रावण में भयंकर युद्ध होता है। जब रावण मरता नही है तो श्रीराम विभीषण से वजह पूछते हैं। इस पर विभीषण रावण की नाभि में अमृत होने और वहां तीर मारने को कहते है।
इसके बाद श्रीराम के हाथों रावण का वध हो जाता है। रावण का वध होते ही मेला मैदान जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठता है। बुराई के प्रतीक रावण रुपी पुतले का दहन किया जाता है।इस अवसर पर लोधौरा प्रधान अजय तिवारी,भगवती प्रसाद यादव, जिला कार्य समित सदस्य अनिल अवस्थी महेश तिवारी, अयोध्या प्रसाद अवस्थी शीतला सिह रूद्र प्रसाद त्रिपाठी पवन शर्मा जगदीश कुमार शुक्ला बृजेश कुमार शुक्ला भोलानाथ सिंह चंद्रेश द्विवेदी पुष्पेंद्र सिंह संदीप शुक्ला रिंकू द्विवेदी जीतेंद्र द्विवेदी लवकुश मिश्रा रिंकू वर्मा आदि सहित हजारों की संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे।सुरक्षा व्यवस्था में सुभाष चंद्र यादव, प्रमोद कुमार यादव,महादेवा चौकी प्रभारी संतोष कुमार त्रिपाठी , एसआई रविंद्र कुमार सिंह, राज कुमार सिंह,देवेंद्र कुमार सिंह, अरुण, राजेश सैनी आदि सुरक्षा कर्मियों के साथ मेले की सुरक्षा में मौजूद रहे।