बाराबंकी।थाना मसौली क्षेत्र अंतर्गत 16 वर्षीय युवती को उसके भाई के दोस्त अंकित वर्मा पुत्र देवानन्द निवासी अमलोरा थाना मसौली द्वारा ले जाकर दुष्कर्म किया गया। सूचना पर थाना मसौली पर पाक्सो एक्ट का मुकदमा पंजीकृत कर अंकित वर्मा को गिरफ्तार जेल भेज दिया गया। पीड़िता का बयान व मेडिकल परीक्षण की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है। प्रकरण में शिथिलता व त्वरित कार्यवाही न करने पर प्रभारी निरीक्षक मसौली अरुण प्रताप सिंह को लाइन हाजिर व चौकी प्रभारी त्रिलोकपुर उ0नि0 मनोज कुमार को एस पी के द्वारा निलम्बित किया गया है।प्राप्त विवरण के अनुसार युवक अंकित ने होटल में किशोरी को बंधक बनाकर उसके साथ दुराचार किया।उसके बाद गाजियाबाद में किशोरी के साथ गलत काम किया।फिर चार दिनों के बाद किशोरी को उसके गांव के बाहर छोड़कर युवक फरार हो गया। किशोरी के मामा का आरोप है कि जब उसने इसकी शिकायत पुलिस के पास की तो चौकी इंचार्ज ने जबरन सुलह करा दिया।सुलह के बदले एक लाख रुपया भी दिया।जिसमें से 50 हजार खाते में ऑनलाइन भेजा और बाकी नगद दिया गया। परिजनों का आरोप है कि किशोरी के मां बाप नहीं हैं। वह हम लोगों के पास ही रहती है। पुलिस ने जबरन उनपर सुलह के लिए दबाव बनाया।पीड़िता के मामा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर घटना की शिकायत की। साथ ही एसपी से मामले की शिकायत की तो उनके आदेश के बाद भी थाने की पुलिस ने तहरीर बदल कर मुकदमा दर्ज किया।बता दें किशोरी बीती 22 अगस्त को शौच के बाद घर वापस लौट रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने एक कार में पीड़िता को खींच कर बैठा लिया। अपहरणकर्ता अंकित वर्मा ने शहर के एक होटल में रख कर उसके साथ दुराचार किया फिर वहां से गाजियाबाद ले जाकर तीन दिनों तक दुराचार किया आरोपी 25 अगस्त को गांव के बाहर लेकर छोड़ गए जिसके बाद मामले की जानकारी होने पर पीड़िता के मामा ने चौकी त्रिलोकपुर आकर एक तहरीर दी। उनका आरोप है कि यहां सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक बैठाकर कोई कार्रवाई की जगह पीड़ित पक्ष का जबरन आरोपियों से सुलह करा दिया।सुलह के बदले एक लाख रुपया भी दिया जिसमें से 50 हजार खाते में ऑनलाइन भेजा और बाकी नगद दिया गया।