सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ
कृष्ण कुमार शुक्ल,नारद संवाद
बाराबंकी। जिला प्रशासन द्वारा आज जीआईसी ऑडिटोरियम में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव कार्यक्रम श्रृंखला की शुरुआत की गई, जिसमें राज्यमंत्री सतीश चंद्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्षा राजरानी रावत, विधान परिषद सदस्य अंगद सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा अरविन्द मौर्य, जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार और मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन सहित अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई ।
इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें संस्कृति विभाग के कलाकारों और विद्यार्थियों ने काकोरी ट्रेन ऐक्शन से जुड़े क्रांतिकारियों की स्मृति में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। काकोरी ट्रेन एक्शन मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण देखा गया। ऑडिटिरियम में काकोरी ट्रेन एक्शन संबंधी प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें काकोरी एक्शन का वास्तविक फोटो, काकोरी ट्रेन ऐक्शन से जुड़े तथ्यों एवं क्रांतिकारियों से जुड़ी जानकारी का अतिथियों एवं आगंतुकों ने अवलोकन किया। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को प्रदर्शनी के माध्यम से काकोरी ट्रेन एक्शन के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। राज्यमंत्री ने शहीदों के परिवारों को सम्मानित कर राष्ट्र के प्रति उनके त्याग को सर्वोच्च बताया।
राज्यमंत्री श्री सतीश चंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की पहल पर काकोरी काण्ड का नाम बदलकर इसको काकोरी ट्रेन एक्शन की पहचान दी गई है और जन जन को जागरूक करने के उद्देश्य से इसको शताब्दी महोत्सव के रूप में प्रदेशभर में मनाया जा रहा है ।
जिलाधिकारी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए संसाधन जुटाने के प्रयास में काकोरी ट्रेन एक्शन हुआ जिसमें युवा क्रांतिकारियों ने अद्भुत साहस दिखाते हुए देश की आजादी के लिए धन इकट्ठा किया। युवाओं को इससे प्रेरणा लेते हुए क्रांतिकारियों के स्वपन के देश को बनाने में सहभागी बनना चाहिए। जिलाधिकारी ने उपस्थित बच्चों से काकोरी ट्रेन एक्शन के बारे में विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे, सही जवाब देने वाले बच्चों को उन्होंने चॉकलेट देकर पुरस्कार भी किया। इस अवसर पर प्रदर्शन करने वाले श्री प्रभात नारायण दीक्षित, अनिल मिश्रा, मती पूजा पांडेय सरोज, श्री मनोज कुमार को सम्मानित भी किया गया।
काकोरी ट्रेन एक्शन के बारे में:
काकोरी ट्रेन एक्शन, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण और साहसिक घटना के रूप में दर्ज है। यह घटना 9 अगस्त 1925 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पास काकोरी नामक स्थान पर घटित हुई थी। इस क्रांतिकारी कार्रवाई का नेतृत्व हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) के सदस्यों ने किया, जिसमें प्रमुख रूप से राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, चंद्रशेखर आजाद, और कई अन्य देशभक्त शामिल थे। इन स्वतंत्रता सेनानियों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष के लिए धन जुटाने और अपनी क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इस कार्रवाई को अंजाम दिया।घटना का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के खजाने को लूटना था, जो उस समय एक ट्रेन से ले जाया जा रहा था। ट्रेन के रुकते ही क्रांतिकारियों ने साहस और कुशलता से कार्य करते हुए सरकारी धन को अपने कब्जे में ले लिया। इस घटना ने ब्रिटिश सरकार को हिला कर रख दिया और पूरे देश में हलचल मचा दी। हालांकि, इस साहसिक कार्यवाही के बाद ब्रिटिश सरकार ने कड़े कदम उठाए और क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के परिणामस्वरूप, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान, राजेंद्र नाथ लाहिड़ी, और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई। काकोरी ट्रेन एक्शन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक ऐसा अध्याय है जिसने आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित किया और स्वतंत्रता की लड़ाई को और अधिक उग्र और संगठित रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह घटना हमें याद दिलाती है कि स्वतंत्रता की प्राप्ति के लिए कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी और इसके लिए कितनी बहादुरी और बलिदान की जरूरत थी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व अरूण कुमार, परियोजना निदेशक डीआरडीए मनीष कुमार, जिला विकास अधिकारी भूषण कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय, डीसी एनआरएलएम बी के मोहन, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी सहित समस्त अन्य अधिकारीगण , कर्मचारीगण, शिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।