रिपोर्ट/अब्दुल मोमिन
मसौली बाराबंकी। रहमतों और बरकतों के माह ए मुक्कदस महीने में अल्लाह ताला एक बदलें सत्तर नेकियों से नवाज़ता है।रमज़ान उल मुबारक के पहले दिन का पहला रोजा कस्बा साआदतगज के निवासी मो सलमान की 6 वर्षीय पुत्री बीबी हाजिरा ने रखा प्यास ओर भूख की शिद्दत को भुला कर अपने रब के द्वारा ज़ारी किए गए फ़रमान को बाखूबी निभाने में बीबी हाजिरा ने पहला रोजा मुक्कमल किया।बीबी हाजिरा के पिता ने बताया कि हमारी बेटी तीसरे पहर रात तीन बजे हि सोकर उठ गयी ओर समस्त पारिवारिक जनो से रोजा रखने का आग्रह किया घर के सभी लोगों ने कहा बिटिया तुम अभी बहुत छोटी हो भूख प्यास बहुत सताएगी बीबी हाजिरा ने अपनी मां से कहा हम पूरा दिन कुरान कि तिलावत करते रहेंगे भूख नहीं लगेगी ओर हम दुआ करेंगे हमारे मुल्क में अमन चैन भाई चारा बना रहे शाम को आजान के बाद रोजा इफ्तार करने के बाद मोहल्ले तथा परिवार के सदस्यों ने बीबी हाजिरा को ईनाम देकर मासूम बिटिया के अच्छे भविष्य के लिए दुआ की।