कृष्ण कुमार शुक्ल/अब्दुल मोमिन नारद संवाद न्यूज
मसौली बाराबंकी।स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रफी अहमद किदवाई की जयंती के मौक़े पर कस्बा मसौली स्थित उनके मकबरे पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये।रविवार की भोर मजार पर मिलाद एवं पुष्प अर्पित किए गए। इसके बाद स्कूल के छात्र छात्राओं द्वारा देश भक्ति कार्यक्रम का प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रफी अहमद किदवाई भूतपूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ अम्मार रिजवी ने कहा कि देश की आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्व रफी साहब द्वारा किए गए संघर्ष को भुला पाना सम्भव नहीं है।यह वह सरजमी है जहां ऐसे शख्स ने जन्म लिया था। जिसने हिन्दुस्तान को सियासी ताकत एवं राजनीतिक सूझबूझ से मुल्क को एकसूत्र में बांधने का कार्य किया है।जब भी इतिहास के पन्नों को पलटगे तो उनकी हमेशा यादें ताजी हो जायेगी। ट्रस्ट के सचिव रामनगर विधायक फ़रीद महफूज किदवई ने कहा कि संघर्ष पूर्ण जीवन रहा है। जिससे हम लोगों को सीख लेने की जरूरत है उन्होंने कहा कि रफी साहब ने देश की आजादी के साथ सच्चाई का साथ देने वाले शख्स थे। जिनके द्वारा किए गए कार्यों को भुला पाना मुश्किल होगा।हम यही चाहते है कि विद्यालय के बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण करें।अपने गांव और माता पिता का नाम रोशन करे। ट्रस्ट ने छात्राओं के लिए कम्पयूटर सेन्टर, सिलाई कढ़ाई के आलावा डिग्री कालेज के लिए बिल्डिंग का निर्माण करा रही है। कार्यक्रम को संचालित कर रहे आर जे आमिर ने कहा कि मशहूर थी हमारी दोस्ती की मिसाल की हिंदुस्तान में नेताओं ने हमें बांटकर हिंदू मुसलमान कर दिया।वही रफी मेमोरियल इण्टर कालेज मसौली चौराहा पर रफी साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण प्राचार्य विजय बहादुर एवं अन्य शिक्षकों ने किया।इस मौके पर रफी मेमोरियल गर्ल्स इण्टर कालेज की प्राधानाचार्या सबा जाहीर , बेनजीर खालिद,सऊद अहमद किदवई, सुरेन्द्र पाण्डेय, तारिक किदवई ,सबा फातिमा रामनगर विधायक प्रतिनिधि लल्लन वर्मा सहित तमाम छात्र छात्राएं मौजूद थे।