रिपोर्ट/सतीश कुमार नारद संवाद न्यूज
बाराबंकी।गांव की बंजर जमीन और खलिहानों और कब्रिस्तानों की जमीन चंद रुपए में बेचने वाले भू माफिया प्रधान व लेखपाल वृद्ध महिला भक्तिनी को जमीन के लिए मौत के घाट उतारने वालों को करा रहे कब्जा।भू माफिया प्रधान व हत्यारों के सामने राजस्व प्रशासन हुआ नत-मस्तक।हैदरगढ़ तहसील इलाके ग्राम रनापुर में भू माफिया प्रधान का भी कई करोड़ की लागत से मकान बंजर जमीनों पर अवैध कब्जे में बना हुआ है प्रधान के गुर्गों के भी बेस कीमती मकान बीच गांव में कई लाख की लागत से बने हुए,उसके बाद भी प्रधान और तहसील लेखपाल नीरज श्रीवास्तव की मिली भगत के चलते तीन मढैया रखवाकर कब्जे के मामले में आज तहसीलदार हैदरगढ़ के द्वारा गठित राजस्व टीम के नेतृत्व में हैदरगढ़ नायब तहसीलदार ने भू माफिया प्रधान रनापुर व इनके गुर्गों के बने बीच गांव में पक्के मकान व ग्राम प्रधान के बनी कई करोड़ की कोठी पर टीम नहीं पहुंचकर बस महेज खाना पूर्ति के लिए हैदरगढ़ दरोगा व पुलिस बलों के साथ पत्रकार की मां के घर के सामने मौजूद रहकर कई बार जांच पहले की जाने के बाद महेज प्रक्रिया पूरी करने के बाद पत्रकार के बने पुश्तैनी घर को नया दिखने में विपक्षी जुटे रहे पत्रकार के घर के सामने जो भू माफिया प्रधान के गुर्गों के द्वारा बंजर जमीन पर कब्जा कराने के मामले बस खानापूर्ति जारी रही।जब कि भू माफिया प्रधान का भी कई करोड़ की लागत से मकान बंजर जमीनों पर अवैध कब्जे में बना होने के साथ प्रधान के गुर्गों के भी बेस कीमती मकान बीच गांव में कई लाख की लागत से बने हुए
उसके बाद भी प्रधान और तहसील लेखपाल की मिली भगत के चलते तीन मढैया रखवाकर नया कब्जा करने का प्रयास जारी है।मामले में आज तहसीलदार हैदरगढ़ के द्वारा गठित राजस्व टीम के नेतृत्व में हैदरगढ़ नायब तहसीलदार ने भू माफिया प्रधान रनापुर व इनके गुर्गों के बने बीच गांव में पक्के मकान व ग्राम प्रधान के बनी कई करोड़ की कोठी पर टीम नहीं पहुंची।बस महेज खाना पूर्ति के लिए पत्रकार की मां के घर के सामने मौजूद रहकर कई बार जांच प्रक्रिया करने के बाद पत्रकार के बने पुश्तैनी घर को नया दिखने में विपक्षी जुटे हुए हैं।पत्रकार के घर के सामने जो भू माफिया प्रधान के गुर्गों के तीन-चार मकान गांव बीच बेश कीमती मकान को छोड़कर यहां पर कब्जा फिराक में है।मौजूदा तहसीलदार के समय से भू माफिया प्रधान के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि इनके द्वारा अपने वेश कीमती गांव के बीच बने कई मकानों को छोड़कर बंजर जमीन पर तीन मढैया रखकर रोड़ा बन रही पत्रकार की मां को जान से मार देने की दे रहे हैं धमकियां।पत्रकार मकान के ठीक सीसी रोड उस पार सामने पड़ी बंजर जमीन पर 2 लाख से अधिक रुपया लेकर लेखपाल नीरज श्रीवास्तव द्वारा कब्जा कराया गया है।मामले को उलझाने के लिए तीन मढैया को हटवाने के बजाय पैमाइश जांच का जिक्र करके राजस्व विभाग अपनी पीठ थप थपाने में जुटा हुआ है।रही बात जांच और पैमाइश की पूरे गांव में कई करोड़ों की जमीनों में कब्रिस्तान और खलिहानों की जमीनों को भू माफिया ग्राम प्रधान और लेखपाल की मिली भगत के चलते बेचा दिया गया।जिसकी जांच अभी भी अधूरी चल रही है जिस मामले को लेकर जिला अधिकारी बाराबंकी पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की गई है।