रिपोर्ट/अब्दुल मोमिन नारद संवाद क्राइम संवाददाता
मसौली बाराबंकी । वन विभाग और पुलिस की मिलीभगत से जिले के ग्रामीण अंचल मे लकड़कट्टे बेखौफ होकर हरियाली पर आरा चला रहे हैं । पुलिस और वन विभाग का संरक्षण पाये ये लकड़कट्टे इतने मनबढ हैं कि बिना कोई परमिट बनवाये हरे भरे पेड़ों की पूरी बाग काट ले जाते हैं । शिकायत पर संबंधित विभाग इन लकड़कट्टों पर कोई प्रभावी कार्रवाई कभी नहीं करते ! मात्र फर्ज अदायगी कर मामले को ऐसे निपटा देते है कि गुनहगारों पर कोई आंच नहीं आती है।मामला वन रेंज व थाना सफदर गंज अन्तर्गत ग्राम सूर्य पुर मजरे खपरैला निवासी शिवबिहारी पाण्डेय का है । जहां लकड़कट्टों ने बगैर किसी परमिट के पूरी बाग साफ कर दी । धार्मिक दृष्टि से पूजनीय पीपल के भारी-भरकम दो पेड़, आठ पेड़ गूलर के, नौ पेड़ नीम के,चौदह पेड़ जामुन के ,एक पेड़ आम और एक पेड़ महुआ जैसे प्रतिबंधित पेड़ों को लकड़कट्टे बिना किसी परमिट के काट कर उठा ले गये । बाग मे लगे इन पेड़ों के ठूठ लकड़कट्टो की करतूत और जिम्मेदार अधिकारियों की नाकामी और चुप्पी को बताने के लिए काफी हैं। इस संबंध मे संवाददाता को संबंधित वन दरोगा अनिल कुमार गुप्त ने दूरभाष पर बताया कि उन्हे घटना की जानकारी नहीं है यदि ऐसा हुआ है तो जांच करके कार्रवाई की जायेगी । लेकिन इस धन्धे से वन माफिया को इतनी अकूत कमाई होती है कि पहले से प्रति पेड़ी हिस्सा तय होने के बाद भी जब मामला फंसता है तो मामले को निपटाने के लिए वह कुबेर की तिजोरी खोलने मे तनिक भी संकोच नहीं करते हैं ।बहरहाल पहले की तरह यह मामला भी वन विभाग गुनहगारों को बचाते हुए निपटा देगा लेकिन क्षेत्र मे जिस धड़ल्ले से हरे पेड़ों का अवैध कटान हो रहा है यह निश्चित रूप से पर्यावरण के लिए अपूरणीय क्षति साबित होगा ।