रिपोर्ट/सतीश कुमार नारद संवाद
रामसनेहीघाट बाराबंकी।बनीकोडर शिक्षा क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय पूरे अमेठिया के परिसर में बच्चों से गिट्टी एवं मोरंग ढुलाई का कार्य प्रधानाध्यापक की देखरेख में कराया जा रहा है, आश्चर्य तो इस बात का है कि जिन बच्चों को यहां शिक्षा देने के लिए बुलाया जाता है वही बच्चों से श्रमिकों की तरह से कार्य कराना कहां तक उचित हैं। जानकारी के अनुसार प्राथमिक विद्यालय पूरे अमेठियन में बुधवार की सुबह जब बच्चे विद्यालय आए तो वहां के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों ने उन बच्चों के हाथों में फावड़ा व डलिया पकड़ा कर परिसर में मौजूद गिट्टी एवं मोरंग को हटाने का कार्य शुरू करा दिया गया। करीब एक दर्जन बच्चे मिलकर स्कूली ड्रेस में तसला में मोरंग और गिट्टी भरकर हटा रहे थे जब यह प्रतिनिधि वहां पहुंचे तो भी बच्चों द्वारा किया जाने वाला कार्य जारी रहा, जबकि प्रधानाध्यापक आजाद सिंह एवं अन्य शिक्षक वहीं पर बैठे बच्चों के द्वारा किए जा रहे इस कार्य की निगरानी कर रहे थे। पत्रकारों को देखकर उन बच्चों को तत्काल वहां से हटाया गया तथा पढ़ने के लिए कमरों में भेज दिया गया।
इस संबंध में प्रधानाध्यापक आजाद सिंह का कहना है कि गलती से ऐसा हो गया हमारा उद्देश्य बच्चों से काम कराना नहीं बल्कि परिसर से गिट्टी और मौरंग को हटाना था तो हमने बच्चों को लगा दिया लेकिन आगे से ऐसा नहीं होगा। आश्चर्य इस बात का भी है कि जहां सभी विद्यालयों में भोजन बनाने के लिए गैस सिलेंडर एवं चूल्हा उपलब्ध कराया गया है वहीं यहां के किचन में मौजूद रसोईया लकड़ी से चूल्हे पर खाना बनाते हुए पाई गई उसका कहना था की गैस भी है लेकिन कभी-कभी चूल्हे पर भी हम लोग खाना बना लेते हैं। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि मामले की जांच करा कर दोषी अध्यापकों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।