। रिपोर्ट/वाइस एडिटर कृष्ण कुमार शुक्ल
रामनगर बाराबंकी।घाघरा नदी का जलस्तर आज खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है। बुधवार की शाम चार बजे नदी का जलस्तर 106.616 पर पहुँच गया। जोकि खतरे के निशान से 55 सेंटीमीटर ऊपर चल रहा है।बीते मंगलवार की दोपहर नेपाल के गिरिजा बनबसा बैराज से करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जिसके चलते नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा और बुधवार की सुबह से तराई में बसे मल्लाहन पुरवा सिसौंडा के कई घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश हो गया। ग्राम कोरिन पुरवा सिसौंडा बुधरामपुरवा के मार्ग भी जलमग्न हो गए।किसानों की गन्ना धान परवल आदि की हजारों एकड़ फसल पानी मे डूबने लगी हैं। तराई क्षेत्र के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं।राजस्व प्रशासन की टीम लगातार बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण कर ग्रामीणों को सतर्क कर रही हैं।कई गांव में पलायन के लिए नाव लगा दी गयी हैं।
मंगलवार को घाघरा नदी में छोड़ा गया था पड़ोसी देश नेपाल से करीब चार लाख क्यूसेक पानी
रामनगर तहसील क्षेत्र के सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 30 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था वही मंगलवार की दोपहर गिरजा व बनबसा बैराज से करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे नदी का जलस्तर लगातार 1 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ रहा था। किसानों की फसलें भी जलमग्न होने लगी हैं। पिछले कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरयू नदी का जलस्तर मंगलवार को शाम 4 बजे खतरे के निशान 106.07 को पार कर 106.376 पर पहुंच गया जो कि खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर है जल स्तर बढ़ने के कारण रामनगर तहसील क्षेत्र में सरयू की तलहटी में स्थित गांवों के किनारे बाढ़ का पानी पहुंच गया है सैकड़ो बीघे फसल बाढ़ के पानी में डूब गई है जल स्तर का बढ़ना जारी है एल्गिन ब्रिज पर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा था जलस्तर। इस संबंध में उप जिलाधिकारी रामनगर अनुराग सिंह ने बताया कि बारिश के पानी के चलते सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा है अभी कहीं पर बाढ़ की स्थिति नहीं आई है। हल्का लेखपालों को गांवों का लगातार भ्रमण करने तथा सरयू नदी के हालातों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं सभी बाढ़ चौकियों को एलर्ट किया जा चुका है।