वैनर में नही लगी स्वर्गीय पिता की फोटो तो वेटा ने वीजेपी से दिया इस्तीफा
पंकज दीक्षित के इस्तीफे के बाद राजनीतिक हलचल तेज-अटल मंच बनाकर जनता की सेवा करेंगे- पंकज दीक्षित
स्वाभिमानी राजनीति ने भाजपा से दिया इस्तीफ़ा- प्रवल रुझानों के बीच होगा आगामी निकाय चुनांव
नि0चेयरमैन ने पार्टी से जुड़े रहने का दिया हवाला – वीडियो जारी कर दी सफाई-पति के इस्तीफे की नही की चर्चा
राघवेन्द्र मिश्रा(स्वतन्त्र पत्रकार-नारद संवाद)
हैदरगढ़।। जिस नेता की राजनीति में अलग तूती भन्नाती थी और आज कल उसका पुत्र बीजेपी से इस्तीफा दे रहा है आखिर क्या होंगे वो अहम कारण,लेकिन क्या है ये दिखावे की राजनीति,, हम बात कर रहे हैं हैदरगढ़ से तीन वार विधायक रहे स्व0 सुन्दर लाल दीक्षित की जिनकी हैदरगढ़ के साथ -साथ जिले में भी उनकी राजनीति की एक अलग पहचान थी। कहा जाता है कि पूर्व विधायक के एक फोन कॉल से सांसदों और विधायकों के टिकट कट जाते थे। आज उनके सुपुत्र पंकज दीक्षित ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया गया है। शुक्रवार को पंकज ने यह इस्तीफा भाजपा जिलाध्यक्ष के समक्ष रखा और बड़ी बात तो यह रही कि पंकज दीक्षित का इस्तीफा जिलाध्यक्ष ने स्वीकर भी कर लिया था। इधर पंकज के इस्तीफे के बाद नगर में राजनीति का एक नया मोड़ सामने आ रहा है जनता निकाय चुनाव में इसवार प्रबल रुझान लाने को है पंकज दीक्षित की पत्नी निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष हैं पति के इस्तीफे के बाद नि0 चेयरमैन पूजा दीक्षित ने पार्टी से प्रेम दिखाते हुए और पति के इस्तीफे को दरकिनार करते हुए एक वीडियो शोशल मीडिया पर डाला है अभी हाल में ही किसान मेला में कर्मचारी के साथ उठा पटकी करने से लेकर धरने तक कि कहानी ने पंकज के इस्तीफे को स्वीकार करने में अहम योगदान किया है।आये दिन विवादों के घेरे में रहकर अपने आप को हाईलाइट करना ये स्वाभिमानी राजनीति तो हो सकती हैं ऐसे में जनता के बीच लोकप्रिय, युवा अधिवक्ता और पूर्व सभाशद आलोक तिवारी की ओर आकर्षित हो रही है वहीं आलोक तिवारी भी रात- दिन एक कर जनता के बीच जाकर बिभिन्न कार्यक्रमों में भाजपा पार्टी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवम सरकार की नीतियों के साथ साथ जनता में उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं बस आलोक की इसी उपस्थिति से जनता उनको एक अलग प्यार दे रही है इसी लिए इस बार निकाय चुनाव में प्रवल रुझान देखने को मिल सकते हैं।