रिपोर्ट/आर जे आमिर
बाराबंकी। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह लगातार सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रखने के लिए निर्देश दे रहे हैं, तो वहीं थाना देवा की पुलिस दलित महिला के मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही है, मजबूर होकर पीड़िता ने उच्चाधिकारियों के साथ-साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजकर न्याय की मांग की है।मुख्यमंत्री को भेजे गये प्रार्थना पत्र के अनुसार पीड़िता रिन्की पत्नी अजय कुमार निवासिनी कुसुम्भा थाना देवां, ने बताया कि मैं अनुसूचित जाति की निर्धन एवं असहाय महिला हूं, पीड़िता के चार नाबालिग पुत्री हैं तथा पति अजय कुमार शराबी व्यक्ति है, कुछ भूमाफिया किस्म के लोग पीड़िता के पति को शराब पिलाकर डरा धमकाकर उसकी जमीन पर जबरदस्ती अपने कब्जे में लेना चाहते हैं। 9 फरवरी 2024 को रमेश चन्द्र ने पीड़िता के पति को शराब पिलाकर 900 वर्ग फिट का धोखाधड़ी से बैनामा करवा लिया है। किन्तु यह जमीन अजय कुमार के नाम नहीं है। जबकि पीड़िता की गाटा 571 पर सरकारी अनुदान से मिली लैट्रीन बनी हुई तथा केला, बकैना, अमरूद, जैता के पेड़ लगे हुए हैं जिस पर काफी मात्रा में निर्माण सामग्री आदि रखा हुआ है। 1 अप्रैल 2024 को दीवार उठवा रही थी कि गांव रमेश यादव, गोपी, रमेश की पत्नी व रमेश का लड़का एकराय होकर पीड़िता के दरवाजे पर आये और जातिसूचक गालिया देते हुए कहा कि यह जमीन हमको दे दो नहीं तो तुमको निर्माण करने नहीं देंगे और मिस्त्री व मजदूरों को मौके से डाटकर भगा दिया। पीड़िता ने जब विरोध किया तो उक्त लोग जबरदस्ती पीड़िता के घर के अन्दर घुस आये और मारा पीटा, बचाने आई नाबालिग पुत्री अर्चना व अंजलि को भी नहीं बख्शा। रमेश ने पीड़िता के बाल पकड़कर जमीन पर गिरा दिया, बुरी नियत से अश्लील हरकतें करते हुए छेड़छाड़ करने लगा। जिससे पीड़िता के कपड़े अस्त व्यस्त हो गये। अब देखना यह है कि क्या पुलिस दलित महिला की रिपोर्ट दर्ज करेगी या फिर दबंग लोग उसकी उसके साथ इस तरह आतंक फैलाकर दबाव बनाते रहेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। इस सम्बंध में जब कोतवाली प्रभारी देवा से दूरभाष द्वारा बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में हैं, जांच की जा रही है, जल्द ही कार्यवाही की जायेगी।