प्राचीन शिवलिंग श्री लोधेश्वर महादेव
रिपोर्ट/एडिटर के के शुक्ल/चंद्रोदय अवस्थी की खास रिपोर्ट
रामनगर बाराबंकी।प्रसिद्ध तीर्थस्थल श्रीलोधेश्वर महादेवा अपने पौराणिक एवं धार्मिक महत्व के लिए शिवभक्तों में सुविख्यात है।घाघरा नदी के तट पर स्थित यह स्थल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण होने के साथ ही करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था केंद्र है।हर साल शिवरात्रि और सावन के महीने में यहां भव्य मेले होते हैं जिनमें दूर-दूर से श्रद्धालु जुटते हैं।लोधेश्वर महादेव मंदिर की धार्मिक महत्ता और श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2023 में अयोध्या और काशी कॉरिडोर की तर्ज पर लोधेश्वर महादेवा कॉरिडोर परियोजना की घोषणा की थी।इस परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 49.01करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की थी जिसमें से 8 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी की जा चुकी है।इस परियोजना के माध्यम से मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक गलियारे पार्किंग स्थल धर्मशाला घाट निर्माण प्रकाश व्यवस्था और अन्य अवस्थापना विकास कार्य प्रस्तावित थे।उद्देश्य यह था कि महादेवा धाम को एक भव्य तीर्थस्थल का रूप दिया जाए।घोषणा को दो वर्ष बीत जाने के बावजूद परियोजना की स्थिति बेहद निराशाजनक बनी हुई है। अभी तक कॉरिडोर निर्माण कार्य की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया अधूरी है।कुछ मकानों को तोड़ा गया है और कुछ को मुआवजा भी दिया जा चुका है प्रशासन ने अप्रैल में मुनादी करवाई थी कि जिन को मुआवजा मिल चुका है वे अपने घर खाली कर दें।लेकिन स्थानीय निवासियों की अनिच्छा और अदालती विवादों के चलते यह प्रयास विफल रहा।कुछ भूखंडों को लेकर न्यायालयों में वाद विचाराधीन हैं जिससे निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।लोक निर्माण विभाग ने केसरीपुर से लोधौरा तक सड़क को चौड़ा किया है जोकि परियोजना का प्रथम चरण है।बहुप्रतीक्षित श्रद्धालुगणों में प्रगति की सुस्त रफ्तार से असंतोष बढ़ने लगा है।इस विषय में पर्यटन विभाग अयोध्या के उपनिदेशक दूरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की गई किंतु फोन नहीं उठा।वहीं एसडीएम रामनगर विवेकशील ने जानकारी दी कि क्रमवार कार्य चल रहा है जिनकी रजिस्ट्री हो चुकी है उनके मकान तोड़े जा चुके हैं शेष प्रक्रिया जारी है।अब सभी श्रद्धालुओं की भक्तिमय आशाएं मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथजी से लग गई हैं।लोगों में अटल विश्वास है कि योगीजी इस परियोजना को प्राथमिकता देकर महादेवा कॉरिडोर का सपना साकार करेंगे।आशा है कि शीघ्र ही महादेवा कॉरिडोर भगवान श्रीलोधेश्वरजी की इच्छा से कोटि कोटि श्रद्धालुओं की आशाओं का प्रत्यक्ष प्रतीक होगा।