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बाराबंकी में बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों की प्रभारी मंत्री ने की समीक्षा, राहत कार्यों में लापरवाही न करने की चेतावनी

 

कारागार मंत्री सुरेश राही को डीएम शशांक त्रिपाठी पुष्पगुच्छ भेंट करते हुवे।

एडिटर के के शुक्ल नारद संवाद एजेंसी बाराबंकी। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लोकसभागार में सोमवार को बाढ़ प्रबंधन एवं बचाव कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिले के प्रभारी मंत्री व कारागार मंत्री मा0 सुरेश राही ने की। बैठक में खाद्य एवं रसद मंत्री मा0 सतीश चन्द्र शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्षा मा0 राजरानी रावत, मा0 एमएलसी अंगद कुमार सिंह, मा0 विधायक कुर्सी साकेंद्र प्रताप वर्मा, पूर्व एमएलसी हरगोविंद सिंह, पूर्व विधायक शरद अवस्थी तथा ब्लॉक प्रमुख पूरेडलई मौजूद रहे।

प्रभारी मंत्री मा0 सुरेश राही के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन तथा अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह द्वारा बुके भेंट कर स्वागत किया गया।

बैठक में अधीक्षण अभियंता बाढ़ खंड ने जानकारी दी कि जिले में सरयू (घाघरा), कल्याणी, रेठ और गोमती नदियाँ बहती हैं, जिनमें सरयू नदी सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आती है। इस नदी के किनारे स्थित बबुरीगांव, हेतमापुरधाम, चहलारी घाट, गनेशपुर, अलीनगर रानीमऊ जैसे क्षेत्रों में हर वर्ष बाढ़ की विकराल स्थिति उत्पन्न होती है। सरयू नदी पर बाढ़ से बचाव हेतु 8 परियोजनाएं गतिमान हैं, जिन्हें समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया गया।

प्रभारी मंत्री ने स्पष्ट कहा कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी कार्य समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त ढंग से पूरे किए जाएं। उन्होंने बाढ़ चौकियों और शरणालयों की समय से स्थापना, वहां कर्मचारियों की ड्यूटी तय करने, राहत किट, भोजन, दवाओं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री ने प्रभावित गांवों की अद्यतन सूची तैयार करने, संवेदनशील गांवों की पहचान कर आवश्यक कदम उठाने, बाढ़ कमेटियों का गठन कर नियमित बैठकें एवं चौपालें आयोजित करने पर बल दिया। नाव संचालन में सुरक्षा मानकों, लाइफ जैकेट की उपलब्धता, प्रशिक्षित नाविकों की तैनाती और मॉक ड्रिल को अनिवार्य बताया गया।

स्वास्थ्य विभाग को दवाएं, टीके, ओआरएस, एंटी लार्वा, एंटी स्नैक जैसी जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराने व स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन के निर्देश दिए गए। पशुपालन विभाग को पशु टीकाकरण, चारा, भूसा और दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।

बैठक में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय, मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, प्रशिक्षु आईएएस तेजस के., अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डी के श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीए, जिला विकास अधिकारी, अधीक्षण अभियंता बाढ़ खंड, अधीक्षण अभियंता विद्युत, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे

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