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शादी का जश्न पलभर में मातम में बदला, घाघरा नदी में डूबे दो मासूम!

राघवेन्द्र मिश्रा ।(एडिटर)

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नारद संवाद समाचार बाराबंकी जनपद बाराबंकी के बदोसराय थाना क्षेत्र स्थित अलीनगर गांव में उस वक्त मातम छा गया जब एक शादी समारोह में शामिल होने आए दो मासूम बच्चे घाघरा नदी में डूबकर मौत के मुंह में समा गए। हादसा शनिवार की दोपहर का है, जब 7 वर्षीय शिवम और 6 वर्षीय आदित्य, जो मामा के घर शादी में शामिल होने आए थे, खेलते-खेलते गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर बह रही घाघरा नदी के किनारे पहुंच गए।मासूमों को नदी किनारे खेलता देख किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह खेल उनकी ज़िंदगी का आखिरी पल बन जाएगा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बच्चे अचानक गहरे पानी में फिसल गए और डूबने लगे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दोनों बच्चों के शवों को कड़ी मशक्कत के बाद नदी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों की मौत की पुष्टि होते ही गांव में कोहराम मच गया और शादी की खुशियां पलभर में मातम में तब्दील हो गईं।सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच-पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी बदोसराय ने बताया कि “प्रथम दृष्टया यह हादसा खेलते-खेलते नदी में फिसलने के कारण हुआ है, विस्तृत जांच की जा रही है।”यह हृदयविदारक हादसा एक बार फिर बताता है कि बच्चों को नदी या अन्य जलस्रोतों के आसपास बिल्कुल भी अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसे संवेदनशील स्थानों पर चेतावनी बोर्ड, बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए जाएं।📌 अपील: कृपया बच्चों को जल स्रोतों के पास अकेले न जाने दें, थोड़ी सी लापरवाही ज़िंदगी पर भारी पड़ सकती है।

🧒 मामा के घर आए थे शादी में, खेलते-खेलते लील गई नदी, गांव में पसरा सन्नाटा!

नारद संवाद समाचार बाराबंकी
जनपद बाराबंकी के बदोसराय थाना क्षेत्र स्थित अलीनगर गांव में उस वक्त मातम छा गया जब एक शादी समारोह में शामिल होने आए दो मासूम बच्चे घाघरा नदी में डूबकर मौत के मुंह में समा गए। हादसा शनिवार की दोपहर का है, जब 7 वर्षीय शिवम और 6 वर्षीय आदित्य, जो मामा के घर शादी में शामिल होने आए थे, खेलते-खेलते गांव से लगभग 1 किलोमीटर दूर बह रही घाघरा नदी के किनारे पहुंच गए।

मासूमों को नदी किनारे खेलता देख किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह खेल उनकी ज़िंदगी का आखिरी पल बन जाएगा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बच्चे अचानक गहरे पानी में फिसल गए और डूबने लगे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने दोनों बच्चों के शवों को कड़ी मशक्कत के बाद नदी से बाहर निकाला, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों की मौत की पुष्टि होते ही गांव में कोहराम मच गया और शादी की खुशियां पलभर में मातम में तब्दील हो गईं।

सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच-पड़ताल में जुट गई। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थाना प्रभारी बदोसराय ने बताया कि “प्रथम दृष्टया यह हादसा खेलते-खेलते नदी में फिसलने के कारण हुआ है, विस्तृत जांच की जा रही है।”

यह हृदयविदारक हादसा एक बार फिर बताता है कि बच्चों को नदी या अन्य जलस्रोतों के आसपास बिल्कुल भी अकेला नहीं छोड़ा जाना चाहिए। प्रशासन को भी चाहिए कि ऐसे संवेदनशील स्थानों पर चेतावनी बोर्ड, बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित कराए जाएं।

📌 अपील: कृपया बच्चों को जल स्रोतों के पास अकेले न जाने दें, थोड़ी सी लापरवाही ज़िंदगी पर भारी पड़ सकती है।

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