रिपोर्ट रोचक अग्निहोत्री (शाहजहांपुर )
ईद-उल-अजहा (बकरीद) को लेकर जहां प्रशासन सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने में जुटा है वहीं सफाई कर्मचारियों ने पशु अवशेष उठाने से इनकार कर हड़कंप मचा दिया है। राज्य सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रदीप वाल्मीकि के नेतृत्व में नगर आयुक्त और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सफाई कर्मियों ने स्पष्ट किया कि हिंदू सफाईकर्मी बड़े पशुओं के अवशेष नहीं उठाएंगे। इसके लिए मुस्लिम सफाईकर्मियों को ही जिम्मेदारी दी जाए। इस मांग के साथ ही कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी बात नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। ज्ञापन में कहा गया कि यह कार्य समुदाय विशेष से जुड़ा है, अतः धार्मिक भावनाओं को आहत होने से बचाया जाना चाहिए।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने क्या कहा?
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि सफाई ड्यूटी में किसी प्रकार का धार्मिक भेदभाव करना उचित नहीं है। सभी त्योहारों पर समर्पण के साथ सफाईकर्मी कार्य करते हैं। बकरीद पर भी पूर्व की व्यवस्था अनुसार सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पशु अवशेषों को उठाने के लिए कंटेनरों की व्यवस्था की गई है, जिसे सीधे डंपिंग ग्राउंड में ले जाकर गड्ढों में दबाया जाएगा।
नगर आयुक्त ने लिया जायजा
नगर आयुक्त डॉ. बिपिन कुमार मिश्र ने ईदमाह रोड और ईदगाह का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने सफाई, चूना छिड़काव, फागिंग और एंटी-लार्वा स्प्रे का जायजा लिया। साथ ही स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया। नगर आयुक्त ने बकरीद को ‘जीरो प्लास्टिक इवेंट’ के रूप में मनाने की अपील भी की।
प्रदर्शन की चेतावनी
सफाई कर्मियों ने कहा कि यदि शुक्रवार तक मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया तो वे काम बंद कर देंगे। संघ अध्यक्ष प्रदीप वाल्मीकि ने बताया कि वह नगर आयुक्त और डीएम से दोबारा मिलकर समाधान की कोशिश करेंगे, लेकिन यदि मांगें नहीं मानी गईं, तो हड़ताल तय है।