रिपोर्ट – रोचक अग्निहोत्री
*119 छात्र हुए शामिल, 61 अभ्यर्थी साक्षात्कार में सफल*
लखनऊ। मुख्यमंत्री मिशन रोजगार योजना के अंतर्गत अलीगंज स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में मध्यांचल वन इंफ्रा की ओर से कैंपस प्लेसमेंट का आयोजन किया गया। इस प्लेसमेंट ड्राइव में आईटीआई के विभिन्न ट्रेड्स के छात्रों से उनके कोर्स से जुड़े विषयों की गहन जानकारी ली गई। कुल 119 छात्र इसमें शामिल हुए थे, जिसमें से 61 अभ्यर्थी साक्षात्कार में सफल रहे।
प्लेसमेंट ऑफिसर एमए खान ने बताया कि ‘कैंपस प्लेसमेंट में इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक मैकेनिक, वायरमैन, पावर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रेड एवं पब्लिक रिलेशन के छात्र शामिल हुए। इस प्लेसमेंट प्रोग्राम में 119 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। जिसमें 61 छात्रों का चयन कर लिया गया है। जिन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी के पूर्व उप सभापति व फैजुल्लागंज तृतीय वार्ड के वर्तमान पार्षद प्रदीप शुक्ला ने कहा कि ‘ये डबल इंजन की सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश में बदल दिया गया है। पिछली सरकारों के समय न तो लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ठीक थी, न रोजगार की। बल्कि अपराधियों के भय से बड़े उद्योग आने से कतराते थे। जिसका सीधा असर हमारे युवाओं पर पड़ता था। आज सर्वोत्तम कानून व्यवस्था, सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए नई औद्योगिक नीति का नतीजा है। मैं सभी छात्रों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।
आईटीआई अलीगंज के प्रिंसिपल राज कुमार यादव ने कहा कि ‘आज देश की सभी अग्रणी कंपनियों हमारे संस्थान का रुख कर रहीं हैं। जिससे छात्रों के पास अच्छे चयन का अवसर है। मैं हर छात्र से अनुरोध करता हूं कि अब आप अपने गांव, अपनी पंचायत और अपने जिले का नाम रोशन करने के लिए काम करें।’,
इस कैंपस प्लेसमेंट की प्रक्रिया के शुरू होने से पहले एक ट्रेनिंग सेशन रखा गया। जिसको ‘स्टूडेंट ट्रेनिंग इन इलेक्ट्रीशियन प्रोग्राम’ (STEP) का नाम दिया गया है। इसमें बिजली कार्यों से जुड़ी सुरक्षा और तकनीकी जानकारियां विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को उपलब्ध कराई गईं।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य आईटीआई के छात्रों को नवीनतम ऊर्जा क्षेत्र की तकनीकों और आवश्यक सुरक्षा प्रक्रियाओं में व्यावहारिक कौशल प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत, मध्यांचल वन इंफ्रा का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में पूरे भारत में 10,000 युवाओं को प्रशिक्षित करना है।






























