{“_id”:”6726aa9087abab908a0d7cc7″,”slug”:”air-becomes-poisonous-due-to-400-quintals-of-gunpowderaqi-crosses-163-maharajganj-news-c-206-1-sgkp1021-134835-2024-11-03″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Maharajganj News: 400 क्विंटल बारूद से हवा हुई जहरीली…एक्यूआई 163 के पार”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
महराजगंज। दिवाली पर जमकर हुई आतिशबाजी ने पर्यावरण को दूषित कर दिया है। करीब 400 क्विंटल वाले बारूद के पटाखों से हवा जहरीली हो गई है। पटाखों से निकले धुएं से एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) बढ़ गया है। 163 एक्यूआई होने के कारण सुबह-शाम आसमान में धुंध छाई रही।
आतिशबाजी के बाद दिवाली पर फिर शहर की हवा में प्रदूषित हो गई है। इस वर्ष एक्यूआई औसतन 100 के ऊपर ही रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
जानकारी के अनुसार, दिवाली से एक दिन पहले धनतेरस पर एक्यूआई का स्तर 154 रहा। मौसम साफ होने की वजह से धुंध नहीं थी। बीते 15 दिन से औसत एक्यूआई स्तर 100 से कम नहीं हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार 100 तक एक्यूआई को सामान्य माना जाता है। इससे ऊपर ज्याे ही बढ़ता है तो संवेदनशील की श्रेणी में आ जाता है। दीपावली पर्व करीब आते ही एक्यूआई के स्तर में उछाल आया है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि मौसम साफ रहने व हवा की मध्यम रहने के कारण प्रदूषण के स्तर में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हो सकी है। दिवाली की रात रॉकेट, बम, शृंखला में जमीन से आसमान में बजने वाले पटाखों का शोर लगातार सुनाई देता रहा। इस कारण देर रात लोग सो भी नहीं पाए।
जवाहर लाल नेहरू पीजी काॅलेज के भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. दिवाकर सिंह ने बताया कि दिवाली की रात पटाखों से उत्पन्न हुए धुएं व प्रदूषण के कारण हवा दूषित हो गई। देर रात एक्यूआई 174 पार पहुंच गया। इसके बाद यह शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे बाद तक 170 पर बना रहा। इसके बाद इसमें कुछ सुधार आया। हवा से एक्यूआई 163 पर पहुंच गया।