सचिव दीपक राजपूत के संरक्षण में हो रहा मनरेगा हाजिरी में फर्जीवाड़ा-बीडीओ भी नही कर रहे ठोस कार्यवाही
राघवेन्द्र निश्रा(नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी)
हैदरगढ़।प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में ब्लॉक हैदरगढ़ में महिलाओं की फर्ज़ी हाजिरी लगाकर बड़ा गोलमाल हो रहा है। जिरोटालरेंस पहल को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं इतना सब कुछ अकेले कोई नही कर रहा है इसमे भी एक बड़ी चैन है, जिसमे सबकी भागीदारी होती है।बाबजूद खबर प्राकशित होने के बाद जब बीडीओ से कार्यवाही की बात करो तो सिर्फ मॉस्टर रोल जीरो कर साहब भी आसानी से अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। ग्राम पंचायत सचिवों के सरंक्षण में यह महिला हाजिरी का खेल खुलेआम खेला जा रहा है।
डिजिटल इंडिया का मजाक बना लिया है और सरकारी रिपोर्ट पर हो रहे खेले में साहब भी हिस्सेदार है ,यहीं बो बजह है कि कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। हैदरगढ़ ब्लाक की ग्राम पंचायत टिकरहुआँ में मास्टर रोल 4610 में 10 लेवरों कई हाजिरी लगाई जिसमे 3 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई,मास्टर रोल 4611 में भी 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें भी 2 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई हैं जबकि किसी भी फोटो में कोई भी महिला कार्य करते नही दिख रही है। टीम ऐसे ही मास्टररोल 4612 में 10 लेवरों कई हाजिरी लगाई गयी। जिसमे भी 5 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई है। 3 अक्टूबर को 8 मास्टर रोलों पर 69 लेबरों ने काम किया है जिसमे किसी भी फोटो में महिलाएं काम करते नही दिख रही हैं। तीन अक्टूबर को ग्राम पंचायत टिकरहुआँ में जितनी महिलाओं की हाजिरी लगाई गई है बो सब फ़र्ज़ी हैं।
लेकिन साहब को समाचार प्रकाशन के बाद भी ब्लॉक में मनरेगा में चल रहे गोल माल में पूरा सम्मान मिल रहा है।इतना ही नही सचिव दीपक राजपूत की ग्राम पंचायतों के हाल तो सबसे बेहाल यहां सचिव के संरक्षण में खूब भ्रष्टाचार फल फूल रहा हैं आये दिन समूहों एवम नल रिबोर सहित मनरेगा हाजिरी में बड़ा फर्ज़ी किया जा रहा है। 4 अक्टूबर को ग्राम पंचायत मगौआ में एक ही फोटो अपलोड कर 3 मास्टर रोलों पर 18 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें फोटो भी समान है (एक ही है)। 18 लेबरों में 7 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई ।
चार अक्टूबर को लगाई गई हाजिरी की फोटो समाचार के साथ संकलन है। सत्ता का सरंक्षण लेकर भ्रष्टाचार का चोला ओढ़कर कुछ राजनीति के छुटभैये और कुछ उनकी “हाँ” हजूरी करने वाले अधिकारियों की नजर में ये भ्रस्टाचारी पनप रहे हैं। सरकारी रिपोर्टों के साथ खेला कर प्रधानमंत्री डिजिटल योजना में सेंधमारी कर रहे हैं।