डीएम शशांक त्रिपाठी सभी अधिकारियों के साथ बैठक करते हुवे
बाराबंकीआगामी 11 जुलाई से शुरू होने वाले श्रावण मास मेले की तैयारियों को लेकर महादेवा स्थित श्री लोधेश्वर धाम में जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित लोकसभागार में जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी की अध्यक्षता में मेला तैयारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय, मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन, अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी रामनगर विवेक शील यादव, पूर्व विधायक शरद अवस्थी, मेला समिति के सदस्यगण व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।जिलाधिकारी ने मेला सम्पन्न कराने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देशित किया कि वे अपने कार्यों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करें ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने मेला परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए और कहा कि CCTV कैमरों के माध्यम से पूरी निगरानी सुनिश्चित की जाए।
बैरिकेडिंग और पार्किंग पर विशेष जोर:
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में बैरिकेडिंग का कार्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप हो और उसमें लोहे की मजबूत जालियों का प्रयोग अवश्य किया जाए। श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग पूर्व निर्धारित स्थलों पर की जाए, साथ ही बैरिकेडिंग और प्रकाश व्यवस्था की भी मुकम्मल व्यवस्था रहे।
तालाबों के आसपास सुरक्षा और प्रकाश की व्यवस्था:
बोहनिया तालाब और अभरन तालाब के चारों ओर प्रकाश की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए गए। रात्रि में निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनी रहे, इसके लिए जनरेटर की वैकल्पिक व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि तालाब के आसपास कोई अतिक्रमण न हो।
चिकित्सा और स्वच्छता पर रहेगा विशेष ध्यान:
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि मेला क्षेत्र में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। नालियों के टूटे हुए पत्थरों को ढका जाए और खराब नलों को तत्काल दुरुस्त किया जाए। स्वच्छता और पेयजल की व्यवस्था पर विशेष बल दिया गया।
मेला व्यवस्थाओं की कार्ययोजना तैयार होगी:
उप जिलाधिकारी रामनगर को निर्देशित किया गया कि मेला व्यवस्थाओं की एक समेकित कार्ययोजना तैयार कर उसे डायग्राम रूप में प्रस्तुत किया जाए, ताकि भविष्य के लिए इन्हें महादेवा कॉरिडोर प्रोजेक्ट में सम्मिलित किया जा सके।
सख्ती से लागू होंगी नियमावली:
बैठक में निर्णय लिया गया कि मेले में लगने वाली दुकानों पर दुकानदार का नाम, पता, पहचान पत्र तथा वस्तुओं के रेट बोर्ड अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किए जाएं। अवैध अतिक्रमण हटाने, दुकानों की सुव्यवस्थित स्थापना, मवेशियों को हटाने, खाद्य सामग्री की जांच तथा विद्युत व प्रकाश की व्यवस्था पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
श्रावण मास में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनने वाले महादेवा मेला को सकुशल, सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने पुख्ता तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।