पीपल पेड़ की सूखी शाखा गिरने से गायत्री बाल शिक्षा निकेतन के स्कूली बच्चे बाल बाल बचे
। रिपोर्ट/वॉइस एडिटर कृष्ण कुमार शुक्ल
रामनगर बाराबंकी।गणेशपुर कस्बा के आयुर्वेदिक चिकित्सालय पंचायत घर के ठीक सामने करीब दो सौ वर्ष पुराना पीपल का पेड़ लगा हुआ है।पीपल का पेड़ जड़ सहित ऊपर नीचे से सूख गया था 2 दिन से हो रही बारिश से शाखा भीग कर वजन हो गई थी।शुक्रवार की दोपहर को पीपल पेड़ की एक बहुत भारी शाखा अचानक भरभराकर गायत्री बाल शिक्षा निकेतन विद्यालय की दूसरी मंजिल से टकराकर विद्युत लाइन तार पर गिरते हुए विद्यालय के ठीक सामने गिर गई जिससे एक मोटर साइकिल सवार व्यक्ति पर शाखा गिर गई और उसका दाहिना पैर टूट गया।पेड़ की शाखा से जी.बी.एस.एन विद्यालय की दीवार हिल गई और रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई। तेज धमाक से विद्यालय की दूसरी मंजिल के कमरे की बैठने वाली सीटें नीचे गिर गई, कहो बच्चों की जान बाल बाल बच गई।स्कूल में छुट्टी हो चुकी थी अगर विद्यालय के सभी बच्चे बाहर निकलते तो उनकी जान जोखिम में पड़ सकती थी।करीब 1:00 बजे फिरोजपुर मजरे बडनपुर निवासी दीपक कनौजिया पुत्र पप्पू कनौजिया उम्र 27 वर्ष अपने बच्चों को लेने विद्यालय मोटरसाइकिल से गया था उसने जैसे ही अपने बच्चों को मोटरसाइकिल पर आगे बैठाया अचानक सूखे पीपल की एक बड़ी शाखा अचानक उसके ऊपर टूट कर गिर गई जिससे उसका दाहिना पैर टूट गया और उसकी मोटरसाइकिल डाल के नीचे दब गई।दो मोटरसाइकिल पीपल की डाल गिरने से टूट गई।शिक्षक सुनील कुमार पांडे ने मोटरसाइकिल पर बैठे बच्चे को तुरंत खींच लिया उनकी सक्रियता से मासूम बच्चे की जान बची।तत्काल शिक्षक के द्वारा 108 एम्बुलेंस को बुलाकर दीपक कनौजिया को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए भेजा गया वहां पर उपस्थित चिकित्सकों ने जांच पड़ताल कर मरीज की हालत ठीक न होने के चलते मरीज को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।बता दे इस पीपल की एक डाल पिछले वर्ष पंचायत घर की एक दीवार को तोड़ती हुई गिर गई थी,तब विद्यालय के प्रबंधक अवधेश कुमार शुक्ला के द्वारा वन रेंजर को पेड़ कटवाने के लिए पत्र भी लिखा गया परंतु उसके बावजूद भी पेड़ को नहीं हटाया गया।उसके उपरांत पत्र ग्राम पंचायत गणेशपुर प्रधान को भेजा गया फिर भी पेड़ नहीं काटा गया,जिसकी वजह से आज बड़ा हादसा हो गया अगर सूखा पेड़ कट गया होता तो यह हादसा ना होता।