राघवेन्द्र मिश्रा(नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी)
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राघवेन्द्र मिश्रा(नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी)कई बार शिकायतों के बाबजूद,बीडीओ और सचिव की नाक के नीचे किया जा रहा भ्रस्टाचारबीडीओ जितेंद्र कुमार के पास नही है 76 आँखें इसलिए भ्रस्टाचार पर रोक लगाने में नाकाम हैं बीडीओ जितेन्द्र कुमारफ़र्ज़ी महिलाओं व पुरुषों की हाजिरी को लेकर पत्रकार से बोले बीडीओ कहा,अगर 76 आँखें होती मेरी तो हम रोक पाते भ्रस्टाचार
बाराबंकी। जिले में नवागत जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के आने के बाद में जिले के तमाम आला अफसर काफी सतर्क और हलचल में रहते हैं, जब से शशांक त्रिपाठी ने कार्यभार संभाला है तब से कई भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही भी हुई है,और सुधार भी देखने को मिला है लेकिन तेजतर्रार जिलाधिकारी का डर इन भ्रष्ट अधिकारियों में क्यों नहीं है बस यही एक जनता का प्रश्न चिन्ह है?
जिले की ब्लॉक रामनगर में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मनरेगा में महिला व पुरुष की फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।यहां कई वर्षों से तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पाण्डेय के संरक्षण में उनकी कई ग्राम पंचायत में मनरेगा में फर्जी हाजिरी लगाकर भारी भरकम गोलमाल किया जा रहा है जब इस पूरे मामले में खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार से बात की गई,तो उन्होंने कहा कि आप बता दीजिए वैसे मेरी 76 आंखें नहीं है जिससे हम भ्रष्टाचार पर रोक लगा सके। इससे पूर्णतया साबित गया कि ब्लॉक में चल रहे भ्रष्टाचार को रोकने में खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं,और जान बूझ कर अन्जान बनने की कोशिश कर रहे हैं एक नहीं दो नहीं बल्कि चार-चार बार बीडीओ से फोन पर शिकायत कर ब्लॉक में हो रहे गोलमाल के बारे में अवगत कराया गया। बाबजूद इसके मनरेगा में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा है। यहाँ कई तमाम ऐसी ग्राम पंचायतों में फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई जा रही है। विकासखंड रामनगर की ग्राम पंचायत भैसुरिया में 29 मार्च को मास्टर रोल 10736 में 9 लेबरों की हाजिरी लगाई गई है जिनमे 4 पुरुष व 5 महिलाओ की हाजिरी NMMS पोर्टल पर पंचायत मित्र हरि राम भारती ने लगाई है ।पोर्टल पर अपलोड फोटो के में सिर्फ पुरुष ही दिखाई दे रहे हैं जबकि इस मास्टर रोल में 5 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई है।यहां के सिकरेट्री ऋषभ पांडेय हैं।
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल 10772 में 6 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें 2 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई ।जबकि पोर्टल पर अपलोड फोटो में सिर्फ पुरुष ही खड़ें दिखाई दे रहे हैं अतः यहां स्पष्ट होता है कि सरकारी पोर्टल में सेंध मारी कर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है यहां के भी सचिव ऋषभ पाण्डेय ही है जो पिछले कई सालों से इस ब्लॉक में ही तैनात हैं इतना ही नहीं हाजिरी का समय सुबह 9से 10 बजे के बीच पहली फोटो अपलोड करना और शाम को दूसरी फोटो अपलोड करना होता है लेकिन पंचायत मित्र देवेंद्र वर्मा ने शाम को 4:15 पर पहली फोटो अपलोड करी और 5:07 पर दूसरी भी फोटो अपलोड कर दी। इस दौरान अगर जोड़ा जाए तो सिर्फ मनरेगा के तहत लेबरों ने मात्र 1 घंटे ही काम किया, जो कि सरकारी नियमों के खिलाफ है और यह भी एक फ़र्ज़ी योजना के तहत भ्रस्टाचार को बढ़ाबा देना माना जायेगा।
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत जिन मजदूरों को 100 दिन का रोजगार दिया जाता है क्या वह 1 घंटे ही काम करेंगे , ये जबाब किसी भी अधिकारी कर्मचारी के पास नही है। यहां मनरेगा में बहुत बड़ा गोलमाल है
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल नंबर 10771 में तीन लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें से एक महिला व 2 पुरुष है जबकि फोटो में सिर्फ पुरुष ही है मास्टर रोल नंबर 10773 में 7 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें तीन महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई । ऋषभ पांडे की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर फल फूल रहा है शिकायतों के बाबजूद भी सुधार नही आया यही बो कारण है कि जनता भी ऋषभ पाण्डेय को अब अपनी ग्राम पंचायत में पसंद नही कर रही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत पारा में मास्टर रोल नंबर 11015 में पांच लेबरों की हाजिरी लगाई गई,जिसमें दो महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई ,अब फर्जी बड़ा करने का नया तरीका इन महानुभाव से कोई सीखे क्योंकि इन्होंने प्रधानमंत्री पोर्टल पर जो फोटो अपलोड की है उसमें तीन नाबालिक बच्चे और एक पुरुष है इससे यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है जबकि कार्य योजना के अनुसार विश्राम के खेत से शत्रुघ्न के खेत तक चकबंदी निर्माण कार्य था लेकिन जो फोटो अपलोड की गई है वह भी दूसरे लैट-लांग की है जिससे पूर्णतया स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पांडे के संरक्षण में मनरेगा में भ्रष्टाचार जोरों पर है यही वह वजह है कि उनकी लगभग कई ग्राम पंचायत में फर्जी हाजरी लगाने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है
ग्राम पंचायत सिसौंडा में मास्टर रोल नंबर 10690 में 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें पांच महिलाएं और 5 पुरुष शामिल है अपलोड फोटो के अनुसार सिर्फ दो ही महिलाएं दिख रही हैं इसके साथ मास्टर रोल नंबर 10691 में फिर से वही फोटो अपलोड करके तीन महिलाओं सहित साथ अन्य पुरुषों की फर्जी हाजिरी लगाई जाने का कार्य किया गया ।जिससे बिल्कुल स्पष्ट हो गया की रामनगर विकासखंड में वीडियो और सचिब की नाक के नीचे मनरेगा में भारी भरकम भ्रष्टाचार किया जा रहा है इसकी कई बार खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार से शिकायत की गई तो उन्होंने दिए गए मास्टर रोल को जीरो कर दिया जबकि अन्य ग्राम पंचायत में कोई भी कड़े निर्देश नही दिए जिसकी बजह से भारी भरकम भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं की और नतीजा यह हुआ की ऋषभ पांडे की कई ग्राम पंचायत में अभी भी मनरेगा में भारी गोलमाल किया जा रहा है पत्रकार द्वारा वीडियो रामनगर से आज जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरी 76 आंखें नहीं है अगर 76 आंखें मिली होती तो हम भ्रष्टाचार को खत्म कर पाते जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि मनरेगा में चल रहे खेला को वीडियो जितेंद्र कुमार बहुत अच्छे से जानते और समझते हैं यही वह कारण है की जितेन्द्र कुमार कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहे हैं जबकि जीरो टॉलरेंस वाली सरकार लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन ले रही है फिर भी ऐसे कर्मचारी जो भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं क्या इन पर कार्यवाही होगी।?
कई बार शिकायतों के बाबजूद,बीडीओ और सचिव की नाक के नीचे किया जा रहा भ्रस्टाचार
बीडीओ जितेंद्र कुमार के पास नही है 76 आँखें इसलिए भ्रस्टाचार पर रोक लगाने में नाकाम हैं बीडीओ जितेन्द्र कुमार
फ़र्ज़ी महिलाओं व पुरुषों की हाजिरी को लेकर पत्रकार से बोले बीडीओ कहा,अगर 76 आँखें होती मेरी तो हम रोक पाते भ्रस्टाचार
बाराबंकी। जिले में नवागत जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के आने के बाद में जिले के तमाम आला अफसर काफी सतर्क और हलचल में रहते हैं, जब से शशांक त्रिपाठी ने कार्यभार संभाला है तब से कई भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही भी हुई है,और सुधार भी देखने को मिला है लेकिन तेजतर्रार जिलाधिकारी का डर इन भ्रष्ट अधिकारियों में क्यों नहीं है बस यही एक जनता का प्रश्न चिन्ह है?
जिले की ब्लॉक रामनगर में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत मनरेगा में महिला व पुरुष की फर्जी हाजिरी लगाने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।यहां कई वर्षों से तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पाण्डेय के संरक्षण में उनकी कई ग्राम पंचायत में मनरेगा में फर्जी हाजिरी लगाकर भारी भरकम गोलमाल किया जा रहा है जब इस पूरे मामले में खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार से बात की गई,तो उन्होंने कहा कि आप बता दीजिए वैसे मेरी 76 आंखें नहीं है जिससे हम भ्रष्टाचार पर रोक लगा सके। इससे पूर्णतया साबित गया कि ब्लॉक में चल रहे भ्रष्टाचार को रोकने में खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं,और जान बूझ कर अन्जान बनने की कोशिश कर रहे हैं एक नहीं दो नहीं बल्कि चार-चार बार बीडीओ से फोन पर शिकायत कर ब्लॉक में हो रहे गोलमाल के बारे में अवगत कराया गया। बाबजूद इसके मनरेगा में भ्रष्टाचार रुकने का नाम नही ले रहा है। यहाँ कई तमाम ऐसी ग्राम पंचायतों में फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई जा रही है। विकासखंड रामनगर की ग्राम पंचायत भैसुरिया में 29 मार्च को मास्टर रोल 10736 में 9 लेबरों की हाजिरी लगाई गई है जिनमे 4 पुरुष व 5 महिलाओ की हाजिरी NMMS पोर्टल पर पंचायत मित्र हरि राम भारती ने लगाई है ।पोर्टल पर अपलोड फोटो के में सिर्फ पुरुष ही दिखाई दे रहे हैं जबकि इस मास्टर रोल में 5 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई है।यहां के सिकरेट्री ऋषभ पांडेय हैं।
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल 10772 में 6 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें 2 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई ।जबकि पोर्टल पर अपलोड फोटो में सिर्फ पुरुष ही खड़ें दिखाई दे रहे हैं अतः यहां स्पष्ट होता है कि सरकारी पोर्टल में सेंध मारी कर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है यहां के भी सचिव ऋषभ पाण्डेय ही है जो पिछले कई सालों से इस ब्लॉक में ही तैनात हैं इतना ही नहीं हाजिरी का समय सुबह 9से 10 बजे के बीच पहली फोटो अपलोड करना और शाम को दूसरी फोटो अपलोड करना होता है लेकिन पंचायत मित्र देवेंद्र वर्मा ने शाम को 4:15 पर पहली फोटो अपलोड करी और 5:07 पर दूसरी भी फोटो अपलोड कर दी। इस दौरान अगर जोड़ा जाए तो सिर्फ मनरेगा के तहत लेबरों ने मात्र 1 घंटे ही काम किया, जो कि सरकारी नियमों के खिलाफ है और यह भी एक फ़र्ज़ी योजना के तहत भ्रस्टाचार को बढ़ाबा देना माना जायेगा।
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत जिन मजदूरों को 100 दिन का रोजगार दिया जाता है क्या वह 1 घंटे ही काम करेंगे , ये जबाब किसी भी अधिकारी कर्मचारी के पास नही है। यहां मनरेगा में बहुत बड़ा गोलमाल है
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल नंबर 10771 में तीन लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें से एक महिला व 2 पुरुष है जबकि फोटो में सिर्फ पुरुष ही है मास्टर रोल नंबर 10773 में 7 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें तीन महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई । ऋषभ पांडे की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर फल फूल रहा है शिकायतों के बाबजूद भी सुधार नही आया यही बो कारण है कि जनता भी ऋषभ पाण्डेय को अब अपनी ग्राम पंचायत में पसंद नही कर रही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत पारा में मास्टर रोल नंबर 11015 में पांच लेबरों की हाजिरी लगाई गई,जिसमें दो महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई ,अब फर्जी बड़ा करने का नया तरीका इन महानुभाव से कोई सीखे क्योंकि इन्होंने प्रधानमंत्री पोर्टल पर जो फोटो अपलोड की है उसमें तीन नाबालिक बच्चे और एक पुरुष है इससे यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है जबकि कार्य योजना के अनुसार विश्राम के खेत से शत्रुघ्न के खेत तक चकबंदी निर्माण कार्य था लेकिन जो फोटो अपलोड की गई है वह भी दूसरे लैट-लांग की है जिससे पूर्णतया स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पांडे के संरक्षण में मनरेगा में भ्रष्टाचार जोरों पर है यही वह वजह है कि उनकी लगभग कई ग्राम पंचायत में फर्जी हाजरी लगाने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है
ग्राम पंचायत सिसौंडा में मास्टर रोल नंबर 10690 में 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें पांच महिलाएं और 5 पुरुष शामिल है अपलोड फोटो के अनुसार सिर्फ दो ही महिलाएं दिख रही हैं
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल 10772 में 6 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें 2 महिलाओं की फ़र्ज़ी हाजिरी लगाई गई ।जबकि पोर्टल पर अपलोड फोटो में सिर्फ पुरुष ही खड़ें दिखाई दे रहे हैं अतः यहां स्पष्ट होता है कि सरकारी पोर्टल में सेंध मारी कर फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है यहां के भी सचिव ऋषभ पाण्डेय ही है जो पिछले कई सालों से इस ब्लॉक में ही तैनात हैं इतना ही नहीं हाजिरी का समय सुबह 9से 10 बजे के बीच पहली फोटो अपलोड करना और शाम को दूसरी फोटो अपलोड करना होता है लेकिन पंचायत मित्र देवेंद्र वर्मा ने शाम को 4:15 पर पहली फोटो अपलोड करी और 5:07 पर दूसरी भी फोटो अपलोड कर दी। इस दौरान अगर जोड़ा जाए तो सिर्फ मनरेगा के तहत लेबरों ने मात्र 1 घंटे ही काम किया, जो कि सरकारी नियमों के खिलाफ है और यह भी एक फ़र्ज़ी योजना के तहत भ्रस्टाचार को बढ़ाबा देना माना जायेगा।
राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के तहत जिन मजदूरों को 100 दिन का रोजगार दिया जाता है क्या वह 1 घंटे ही काम करेंगे , ये जबाब किसी भी अधिकारी कर्मचारी के पास नही है। यहां मनरेगा में बहुत बड़ा गोलमाल है
ग्राम पंचायत कटियारा में मास्टर रोल नंबर 10771 में तीन लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें से एक महिला व 2 पुरुष है जबकि फोटो में सिर्फ पुरुष ही है मास्टर रोल नंबर 10773 में 7 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें तीन महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई । ऋषभ पांडे की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर फल फूल रहा है शिकायतों के बाबजूद भी सुधार नही आया यही बो कारण है कि जनता भी ऋषभ पाण्डेय को अब अपनी ग्राम पंचायत में पसंद नही कर रही है। इतना ही नही ग्राम पंचायत पारा में मास्टर रोल नंबर 11015 में पांच लेबरों की हाजिरी लगाई गई,जिसमें दो महिलाओं की फर्जी हाजिरी लगाई गई ,अब फर्जी बड़ा करने का नया तरीका इन महानुभाव से कोई सीखे क्योंकि इन्होंने प्रधानमंत्री पोर्टल पर जो फोटो अपलोड की है उसमें तीन नाबालिक बच्चे और एक पुरुष है इससे यह स्पष्ट होता है कि महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों की भी फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है जबकि कार्य योजना के अनुसार विश्राम के खेत से शत्रुघ्न के खेत तक चकबंदी निर्माण कार्य था लेकिन जो फोटो अपलोड की गई है वह भी दूसरे लैट-लांग की है जिससे पूर्णतया स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत अधिकारी ऋषभ पांडे के संरक्षण में मनरेगा में भ्रष्टाचार जोरों पर है यही वह वजह है कि उनकी लगभग कई ग्राम पंचायत में फर्जी हाजरी लगाने का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है
ग्राम पंचायत सिसौंडा में मास्टर रोल नंबर 10690 में 10 लेबरों की हाजिरी लगाई गई जिसमें पांच महिलाएं और 5 पुरुष शामिल है अपलोड फोटो के अनुसार सिर्फ दो ही महिलाएं दिख रही हैं
इसके साथ मास्टर रोल नंबर 10691 में फिर से वही फोटो अपलोड करके तीन महिलाओं सहित साथ अन्य पुरुषों की फर्जी हाजिरी लगाई जाने का कार्य किया गया ।जिससे बिल्कुल स्पष्ट हो गया की रामनगर विकासखंड में वीडियो और सचिब की नाक के नीचे मनरेगा में भारी भरकम भ्रष्टाचार किया जा रहा है
इसकी कई बार खंड विकास अधिकारी जितेंद्र कुमार से शिकायत की गई तो उन्होंने दिए गए मास्टर रोल को जीरो कर दिया जबकि अन्य ग्राम पंचायत में कोई भी कड़े निर्देश नही दिए जिसकी बजह से भारी भरकम भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं की और नतीजा यह हुआ की ऋषभ पांडे की कई ग्राम पंचायत में अभी भी मनरेगा में भारी गोलमाल किया जा रहा है
पत्रकार द्वारा वीडियो रामनगर से आज जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरी 76 आंखें नहीं है अगर 76 आंखें मिली होती तो हम भ्रष्टाचार को खत्म कर पाते जिससे यह स्पष्ट हो रहा है कि मनरेगा में चल रहे खेला को वीडियो जितेंद्र कुमार बहुत अच्छे से जानते और समझते हैं यही वह कारण है की जितेन्द्र कुमार कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहे हैं जबकि जीरो टॉलरेंस वाली सरकार लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन ले रही है फिर भी ऐसे कर्मचारी जो भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं क्या इन पर कार्यवाही होगी।?