राघवेन्द्र मिश्र/के के शुक्ल(नारद संवाद न्यूज़ एजेंसी)
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मरीजों के पर्चे पर चिकित्सक के नाम की मुहर व साइन जरूरी : जिलाधिकारीदवाओं की उपलब्धता, और दवाई वितरण की रिपोर्ट का विवरण चार्ट समय पर करें अपडेट-डीएम शशांक त्रिपाठीबाराबंकी। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने पंजीकरण केंद्र पर पंजीकरण कराने वाले मरीजों की संख्या पूछी जिसपर 260 मरीज़ों का पर्चा बनाने की बात बताई गई। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर नहीं थे पूछने पर बताया गया कि आज अल्ट्रासाउंड करने वाले चिकित्सक अवकाश पर है। अस्पताल के कमरों, वार्डो, परिसर और शौचालयों में गंदगी देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए सम्बंधित को साफ-सफाई के कड़े निर्देश दिये।
डेंटल चेयर मशीन को सही कराने के दिये निर्देशजिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा में दन्त चिकित्सक से पूछा कि यहाँ पर कैविटी के मरीजों की आरसिटी होती है या नहीं इस पर चिकित्सक ने बताया कि डेंटल चेयर मशीन कई महीनों से खराब पड़ी है इसलिये ऐसे मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। जिस पर जिलाधिकारी ने चेयर मशीन को सही करवाने के निर्देश दिये।
दवाओं की उपलब्धता विवरण चार्ट पर की जाए अपडेटजिलाधिकारी के निरीक्षण में अस्पताल परिसर में उपलब्ध दवाएं विवरण चार्ट पर अपडेट नहीं मिली। उन्होंने फार्मासिस्ट से तत्काल दवाओं की उपलब्धता विवरण चार्ट पर अपडेट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दवा लेने की लाइन में खड़े मरीजों से पूछा कि बाहर से तो दवाएं नहीं लिखी जा रही है इसपर मरीजों ने कहा कि नहीं।
पर्चे पर दवा लिखने वाले चिकित्सक के नाम की मुहर व साइन जरूरीजिलाधिकारी ने सीएचसी देवा में चिकित्सकों द्वारा लिखी गयी दवाओं के पर्चो को देखा उन्होंने कहा कि यह कैसे पता चलेगा कि किस मरीज को किस चिकित्सक ने दवाएं लिखी है ? इसके लिये सभी पर्चो पर चिकित्सक के नाम की मुहर और उसके हस्ताक्षर भी जरूर हो। जिलाधिकारी ने इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया दो मरीज भर्ती थे, कुतुलुपुर के धर्मराज से पूछा कि क्या दिक्कत है तो उसने बताया पेट दर्द की समस्या थी। जिलाधिकारी ने उससे इलाज के विषय में जानकारी ली।आईपीडी, इमरजेंसी और स्टॉफ़ उपस्थिती रजिस्टर देखाजिलाधिकारी ने आज के सीएचसी प्रभारी डॉ प्रेम गुप्ता से आईपीडी, इमरजेंसी और स्टॉफ उपस्थिती रजिस्टर मंगवाकर देखा, मरीजों के दर्ज विवरण के सम्बंध में जानकारी ली। साथ ही आभा आईडी के उपयोग और आयुष्मान कार्ड से कराए गए इलाज के विषय में भी जानकारी ली। रेफर किये गए मरीजों का विवरण लिया। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना कारण कोई भी चिकित्सक और कर्मचारी अनुपस्थिति नहीं होगा अन्यथा कार्यवाही की जाएगी।लाभार्थी महिलाओं और आशाओं का भुगतान समय से करने के दिये निर्देशजिलाधिकारी ने सीएचसी देवा में बीसीपीएम और बीपीएम से लाभार्थी महिलाओं और आशाओं के भुगतान के विषय में जानकारी ली, बाउचर बिल देखे। आशा रोमा और राधा रावत के बाउचर को देखा। कम्प्यूटर पर भुगतान का स्टेटस चेक किया। और ससमय सभी प्रकार के लाभांश के भुगतान करने के निर्देश दिए। जन्मप्रमाण की प्रक्रिया के विषय में भी जानकारी ली।टीकाकरण कक्ष को साफ-सुथरा रखने के दिये निर्देशजिलाधिकारी ने सीएचसी देवा के टीकाकरण कक्ष सहित मीटिंग हाल को देखा जिसमें गंदगी को देखकर साफ-सफ़ाई के निर्देश दिये। एएनएम से टीकाकरण के विषय में जानकारी ली।वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के दिये निर्देशवार्ड में एक भी मरीज न मिलने पर जिलाधिकारी ने प्रभारी अधिकारी से कहा कि वार्ड बनाने से क्या फायदा? जब मरीजों को भर्ती ही नहीं करना है। उन्होंने मरीजों को भर्ती करने के साथ उनके समुचित इलाज के भी सख्त निर्देश दिये।डिलीवरी केसेज की ली जानकारीजिलाधिकारी ने प्रसूताओं की डिलीवरी के स्टेटस के सम्बंध में जानकारी ली, नर्सिंग स्टॉफ और प्रभारी द्वारा बताया गया कि प्रतिमाह करीब 150 प्रसूता महिलाओं की डिलीवरी यहाँ होती है जिसमें 5 से 6 सिजेरियन केसेज रहते है। जिलाधिकारी ने अस्पताल में जांच, इलाज के लिये पर्याप्त दवाओं सहित सभी जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता के निर्देश दिए।कोल्ड चेन कक्ष का किया निरीक्षणजिलाधिकारी ने सीएचसी देवा के कोल्ड चेन कक्ष का निरीक्षण किया। फ्रीजर में रखी दवाओं सहित आइस बॉक्स को देखा और कहा कि इसमें बड़ी ही सतर्कता रखी जाए।
मरीजों के पर्चे पर चिकित्सक के नाम की मुहर व साइन जरूरी : जिलाधिकारी
दवाओं की उपलब्धता, और दवाई वितरण की रिपोर्ट का विवरण चार्ट समय पर करें अपडेट-डीएम शशांक त्रिपाठी
बाराबंकी। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने पंजीकरण केंद्र पर पंजीकरण कराने वाले मरीजों की संख्या पूछी जिसपर 260 मरीज़ों का पर्चा बनाने की बात बताई गई। अल्ट्रासाउंड के डॉक्टर नहीं थे पूछने पर बताया गया कि आज अल्ट्रासाउंड करने वाले चिकित्सक अवकाश पर है। अस्पताल के कमरों, वार्डो, परिसर और शौचालयों में गंदगी देखकर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए सम्बंधित को साफ-सफाई के कड़े निर्देश दिये।
डेंटल चेयर मशीन को सही कराने के दिये निर्देश
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवा में दन्त चिकित्सक से पूछा कि यहाँ पर कैविटी के मरीजों की आरसिटी होती है या नहीं इस पर चिकित्सक ने बताया कि डेंटल चेयर मशीन कई महीनों से खराब पड़ी है इसलिये ऐसे मरीजों को रेफर कर दिया जाता है। जिस पर जिलाधिकारी ने चेयर मशीन को सही करवाने के निर्देश दिये।

दवाओं की उपलब्धता विवरण चार्ट पर की जाए अपडेट

दवाओं की उपलब्धता विवरण चार्ट पर की जाए अपडेट
जिलाधिकारी के निरीक्षण में अस्पताल परिसर में उपलब्ध दवाएं विवरण चार्ट पर अपडेट नहीं मिली। उन्होंने फार्मासिस्ट से तत्काल दवाओं की उपलब्धता विवरण चार्ट पर अपडेट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने दवा लेने की लाइन में खड़े मरीजों से पूछा कि बाहर से तो दवाएं नहीं लिखी जा रही है इसपर मरीजों ने कहा कि नहीं।

पर्चे पर दवा लिखने वाले चिकित्सक के नाम की मुहर व साइन जरूरी

पर्चे पर दवा लिखने वाले चिकित्सक के नाम की मुहर व साइन जरूरी
जिलाधिकारी ने सीएचसी देवा में चिकित्सकों द्वारा लिखी गयी दवाओं के पर्चो को देखा उन्होंने कहा कि यह कैसे पता चलेगा कि किस मरीज को किस चिकित्सक ने दवाएं लिखी है ? इसके लिये सभी पर्चो पर चिकित्सक के नाम की मुहर और उसके हस्ताक्षर भी जरूर हो। जिलाधिकारी ने इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया दो मरीज भर्ती थे, कुतुलुपुर के धर्मराज से पूछा कि क्या दिक्कत है तो उसने बताया पेट दर्द की समस्या थी। जिलाधिकारी ने उससे इलाज के विषय में जानकारी ली।
आईपीडी, इमरजेंसी और स्टॉफ़ उपस्थिती रजिस्टर देखा
जिलाधिकारी ने आज के सीएचसी प्रभारी डॉ प्रेम गुप्ता से आईपीडी, इमरजेंसी और स्टॉफ उपस्थिती रजिस्टर मंगवाकर देखा, मरीजों के दर्ज विवरण के सम्बंध में जानकारी ली। साथ ही आभा आईडी के उपयोग और आयुष्मान कार्ड से कराए गए इलाज के विषय में भी जानकारी ली। रेफर किये गए मरीजों का विवरण लिया। जिलाधिकारी ने कहा कि बिना कारण कोई भी चिकित्सक और कर्मचारी अनुपस्थिति नहीं होगा अन्यथा कार्यवाही की जाएगी।
लाभार्थी महिलाओं और आशाओं का भुगतान समय से करने के दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने सीएचसी देवा में बीसीपीएम और बीपीएम से लाभार्थी महिलाओं और आशाओं के भुगतान के विषय में जानकारी ली, बाउचर बिल देखे। आशा रोमा और राधा रावत के बाउचर को देखा। कम्प्यूटर पर भुगतान का स्टेटस चेक किया। और ससमय सभी प्रकार के लाभांश के भुगतान करने के निर्देश दिए। जन्मप्रमाण की प्रक्रिया के विषय में भी जानकारी ली।
टीकाकरण कक्ष को साफ-सुथरा रखने के दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने सीएचसी देवा के टीकाकरण कक्ष सहित मीटिंग हाल को देखा जिसमें गंदगी को देखकर साफ-सफ़ाई के निर्देश दिये। एएनएम से टीकाकरण के विषय में जानकारी ली।
वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के दिये निर्देश
वार्ड में एक भी मरीज न मिलने पर जिलाधिकारी ने प्रभारी अधिकारी से कहा कि वार्ड बनाने से क्या फायदा? जब मरीजों को भर्ती ही नहीं करना है। उन्होंने मरीजों को भर्ती करने के साथ उनके समुचित इलाज के भी सख्त निर्देश दिये।
डिलीवरी केसेज की ली जानकारी
जिलाधिकारी ने प्रसूताओं की डिलीवरी के स्टेटस के सम्बंध में जानकारी ली, नर्सिंग स्टॉफ और प्रभारी द्वारा बताया गया कि प्रतिमाह करीब 150 प्रसूता महिलाओं की डिलीवरी यहाँ होती है जिसमें 5 से 6 सिजेरियन केसेज रहते है। जिलाधिकारी ने अस्पताल में जांच, इलाज के लिये पर्याप्त दवाओं सहित सभी जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता के निर्देश दिए।
कोल्ड चेन कक्ष का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने सीएचसी देवा के कोल्ड चेन कक्ष का निरीक्षण किया। फ्रीजर में रखी दवाओं सहित आइस बॉक्स को देखा और कहा कि इसमें बड़ी ही सतर्कता रखी जाए।