बलिया में सूदखोरों का आतंक लगातार जारी है। शुक्रवार को सिकंदरपुर के बालूपुर रोड निवासी भगवान मोदनवाल और उनकी पत्नी अलका ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। दंपति का आरोप है कि उधार ली गई राशि से कहीं अधिक चुकाने के बावजूद सूद
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पीड़ित परिवार ने बताया कि सूदखोरों के दबाव में उन्हें अपने दो मकान बेचने पड़े और तीन दुकानें बंद करनी पड़ीं। इतना ही नहीं, सूदखोरों ने उनके खिलाफ न्यायालय में मुकदमा भी दर्ज करा दिया है। अलका मोदनवाल ने बताते हुए रोते हुए कहा कि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और संयुक्त परिवार में सूदखोरों के आतंक से सभी भयभीत हैं।
यह घटना 1 फरवरी 2023 की दर्दनाक घटना की याद दिलाती है, जब बलिया में गन व्यवसायी नंद लाल गुप्ता ने सूदखोरों के आतंक से तंग आकर फेसबुक लाइव के दौरान आत्महत्या कर ली थी। उस घटना के बाद तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राज कारण नय्यर ने सूदखोरों के खिलाफ विशेष टीम गठित की थी और पीड़ितों की मदद के लिए गोपनीय शिकायत तंत्र स्थापित किया था।
हालांकि, उनके स्थानांतरण के बाद यह अभियान धीमा पड़ गया। इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी थी, जिसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी बलिया का दौरा किया था। अब एक बार फिर सूदखोरों का आतंक सामने आया है।