Naradsamvad

ब्रेकिंग न्यूज़
बाबा पारस नाथ इंटरनेशनल एकेडमी के चार छात्रों ने ओलंपियाड में नाम किया रोशन An illegal colony was being developed behind the Swarved temple | स्वर्वेद मंदिर के पीछे डेवलप हो रही थी अवैध कालोनी: बुलडोजर से VDA ने गिराई 60 बिस्वा में हुई बाउंड्री – Varanasi News UAE Shahzadi Khan Case; Father Shabbir Khan | Abu Dhabi Child Murder | शहजादी की आंखों पर पट्टी बांधी, दिल पर मारी गोली: पिता बोले- न्यूड वीडियो बनाकर बेटी से जबरदस्ती जुर्म कबूलवाया, CBI जांच हो Neighbors took over the widow’s house | पड़ोसियों ने विधवा का मकान हथियाया: महोबा में जबरन डाला दूसरा ताला, 7 महीने से न्याय के लिए भटक रही बुजुर्ग – Mahoba News Varanasi Masan Holi Story; Aghori Baba | Manikarnika Ghat | काशी में जलती चिता की राख से होली: गले में नरमुंड, जिंदा सांप मुंह में दबाकर नृत्य; एक चुटकी भस्म के लिए घंटों इंतजार The body of CHC superintendent was cremated | सीएचसी अधीक्षक के शव का हुआ अंतिम संस्कार: पिता-पुत्र ने दी मुखाग्नि; बाथरूम में मिला था शव, पीएम में हार्टअटैक से मौत की पुष्टि – Sultanpur News
[post-views]

विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड में ED का एक्शन, शराब घोटाले में कई सीनियर अफसरों के ठिकानों पर छ


ED Raid in Jharkhand; प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार (29 अक्टूबर 2024) को झारखंड में बड़ी कार्रवाई की. ईडी की टीम ने झारखंड के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह समेत इनके कई अन्य करीबी रिश्तेदारों और संबंधित अधिकारियों के रांची स्थित ठिकानों पर छापा मारा है.

सूत्रों के अनुसार, ये कार्रवाई शराब घोटाले के मामले में की गई है. बता दें कि इस शराब घोटाले से जुड़े मामले में ईडी की टीम ने छत्तीसगढ़ में भी छापा मारा था और वहां के अधिकारियों से पूछताछ की थी. जिस शराब पॉलिसी को लेकर ईडी की टीम रेड कर रही है, वह करीब तीन साल पहले लाई गई थी.

क्या है झारखंड का शराब घोटाला

आरोप है कि साजिश के तहत झारखंड की आबकारी नीति में फेरबदल किए गए. इसके बाद राज्य में देसी और विदेशी शराब का टेंडर भी सिंडिकेट के लोगों को दिलवाया गया. झारखंड में बिना हिसाब की डुप्लीकेट होलोग्राम लगी देशी शराब की बिक्री की गई. साथ ही विदेशी शराब की सप्लाई का काम एफएल 10ए लाइसेंस के रूप में नियम बनाकर अपने करीबी एजेंसियों को दिलाया गया. इसके बाद उन कंपनियों से करोड़ों रुपये का अवैध कमीशन लिया गया. इससे करोड़ों रुपयों की अवैध कमाई की गई.

ये है इस केस का छत्तीसगढ़ कनेक्शन

दरअसल, झारखंड सरकार ने छत्तीसगढ़ की शराब नीति को ही तीन साल पहले लागू किया था. छत्तीसगढ़ के अधिकारियों अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और उनके सिंडिकेट ने शराब घोटाला करके छत्तीसगढ़ सरकार को अरबों रुपये के राजस्व का नुकसान पहुंचाया था जिसकी जांच ED कर रही है. आरोप है कि इसी सिंडिकेट ने झारखंड के अधिकारियों के साथ मिलकर झारखंड की आबकारी नीति में परिवर्तन किया, जिससे सरकार का राजस्व प्रभावित हुआ. यही वजह है कि ईडी की टीम झारखंड के साथ-साथ इस केस में छत्तीसगढ़ में भी रेड डाल रही है.

ये भी पढ़ें

बाल-बाल बचे केरल के CM पिनरायी विजयन, काफिले की 5 गाड़ियां आपस में टकराईं



Source link

अन्य खबरे

गोल्ड एंड सिल्वर

Our Visitors

1449029
Total Visitors
error: Content is protected !!