क्रिप्टोकरेंसी एवं समाजसेवा फाउन्डेशन के नाम पर ठगी करने के बाद अब कर रहे समाजसेवा
लखनऊ सहित अन्य थानों में लिखा है धोखाधड़ी का मुकद्दमा-सत्ता पक्ष के नेता भी नाराज-सिसोदिया का विरोध जारी
अनुराग राजू मिश्रा(लखनऊ व्यूरो)
नारद संवाद समाचार-लखनऊ।। करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले को समाजसेवा की आड़ में अंजाम दिया गया ,ठगों ने समाजसेवा फाउन्डेशन बनाया । फाउंडेशन का बाकायदा बैंक खाता भी खोला गया। इसके जरिये हर माह करोड़ों रुपये के लेनदेन समाजसेवा की आड़ में किए गए। हजारों निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर मल्टी लेवल मार्केटिंग से चूना लगाकर अपना स्थान भी बदल डाला,जी हाँ बात करते है आज कल बाराबंकी क्षेत्र राम सनेही घाट में एक समाजसेवी आशीष सिंह सिसौदिया की जो कि समाजसेवा करते हुए काफी चर्चित हो रहे है जब इनकी बारीकी से जांच पड़ताल की गई तो समाजसेवी का ढोंग करने बाले आशीष सिंह सिसौदिया पर लखनऊ सहित प्रदेश के कई जिलों में समाजसेवा के नाम पर करोड़ों की ठगी कर चुके है और राजधानी में दर्जनों धोखाधड़ी के मुकद्दमा भी दर्ज है
ठगी करने के लिए समाजसेवा का सहारा लिया और इसके लिए बाकायदा एक NGO बनाया जिसका नाम समाज सेवा फाउंडेशन रखा और इसके लिए राजधानी में आफिस भी खोला गया। पहले समाजसेवा करके चर्चित होते है इसके बाद अपना असली रूप दिखाकर स्थानीय लोगों से दो से पांच साल में दो गुना करने का लालच देकर उनसे निवेश करवाते है इसके कुछ समय बाद जब निवेश करोडो में हो जाता है तब यह अपना आफिस की लोकेशन बदल देते है।
लखनऊ के इंदिरानगर थाने में शशांक शेखर सिंह द्वारा आशीष सिंह सिसौदिया सहित उनके दो अन्य सहयोगियों पर धोखाधड़ी का मुकद्दमा लिखवाया है जिसमे आरोप लगाया गया कि इन आरोपियों द्वारा फर्जी कूट रचित बेबसाईट तथा अनुवंध पात्र बनाकर 66 लाख रुपया ठग लिया।
इंदिरानगर थाने में ही आशीष की सहयोगी रही स्वेता दास ने भी धोखाधड़ी का मुकद्दमा लिखवाया,और आरोप लगाया कि फर्जी कूट रचित बेबसाईट तथा अनुवंध पात्र बनाकर उनसे भी 9 लाख रुपया ठग लिया
लखनऊ के ही चिनहट थाने में सावित्री देवी द्वारा आशीष सिंह सिसौदिया पर धोखाधड़ी का मुकद्दमा लिखवाया गया जिसमे आरोप लगाया कि उनको प्लाट दिलवाने के नाम पर 10 लाख रुपया ठग लिया गया।बाराबंकी निवासी आराध्या कुमार मिश्रा ने कोतवाली बाराबंकी में आशीष सिंह सिसौदिया के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकद्दमा लिखवाया जिसमे आरोप लगाया कि फर्जी कूट रचित बेबसाईट तथा अनुवंध पत्र दिखाकर उनके 57 लाख रुपया ठग लिया।
आशीष सिंह सिसौदिया जो कि आजकल क्षेत्र में जो समाजसेवा के नाम पर रुपया बाँट रहे है वह सारा रुपया सैकड़ो लोगो से ठगी करके इकठ्ठा किया गया है जब क्षेत्रीय लोग समाजसेवक के रूप में जान जायेगे,इसके बाद इस क्षेत्र में भी पब्लिक आशीष सिंह सिसौदिया की ठगी शिकार हो जायेगी।फिलहाल सिसोदिया की इस “चेक सेवा” से सत्ता पक्ष के नेताओं को भी अच्छा नही लगता है जिसका कारण ED, SIT या फिर CBI हो सकती है।