वैज्ञानिक सोच के साथ किये गए प्रयास ही एक उत्कृष्ट मॉडल के रूप में प्रदर्शित होते हैं: डी एम
ब्यूरो रिपोर्ट/कृष्ण कुमार शुक्ल/सतीश कुमार
बाराबंकी।”विद्यार्थियों में अपने आस-पास की दैनिक समस्याओं के निदान के लिए वैज्ञानिक सोच के साथ किये गए प्रयास ही एक उत्कृष्ट मॉडल के रूप में प्रदर्शित होते हैं। यह विद्यार्थियों की प्रतिभा विकसित करने का श्रेष्ठ मंच है। किसी भी मॉडल का आकलन उसकी भविष्य में उपयोगिता के आधार पर अच्छे से किया जा सकता है।उक्त बातें जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने समग्र शिक्षा के अंतर्गत राजकीय बालिका इण्टर कालेज में आयोजित माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों की जिला स्तरीय विज्ञान मॉडल प्रदर्शनी में कहीं।प्रदर्शनी में कुल 79 मॉडल प्रदर्शित किए गए।
इसके पूर्व मुख्य अतिथि जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक ओ पी त्रिपाठी, लेखाधिकारी माध्यमिक शिक्षा संतोष कुमार मौर्य, प्रधानाचार्य जी जी आई सी श्रीमती नन्दिता सिंह, प्रधानाचार्य जी आई सी राधेश्याम, उप प्रधानाचार्य जीजीआईसी डॉ पूनम सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी द्वारा विद्यार्थियों द्वारा बनाये गए विज्ञान मॉडल का समग्रता अवलोकन भी किया गया और विद्यार्थियों से मॉडल के विषय मे जानकारी प्राप्त करते हुए उनका मार्गदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक श्री ओ पी त्रिपाठी ने कहा कि विज्ञान को घर की दहलीज से लेकर विद्यालय के कक्षा कक्ष तक आसानी से अनुभूत किया जा सकता है।
समन्वयक जिला विज्ञान क्लब आशीष पाठक ने विज्ञान प्रदर्शनी के महत्व को रेखांकित करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और इस वैज्ञानिक सोच को जीवन का अंग बनाने की बात कही।
मॉडल प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल के सदस्यों श्री सुकेश रंजन प्रवक्ता डाईट, व्याख्याता राजकीय पॉलीटेक्निक जहांगीराबाद श्रीमती प्रियंका एवं प्रीति अवस्थी, राजकीय डिग्री कालेज हसौर से डॉ संतोष कुमार, मुंशी रघुनन्दन प्रसाद पटेल महिला महाविद्यालय प्रतिमा श्रीवास्तव द्वारा सभी मॉडल का गहनता से विद्यार्थियों से प्रश्नोत्तर करते हुए मूल्यांकन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन नेशनल इंटर कालेज फतेहपुर के भौतिक विज्ञान प्रवक्ता आशीष पाठक ने किया।
विज्ञान प्रदर्शनी में हाइड्रोलिक एस्केवेटर, फायर अलार्म, रेन वाटर हार्वेस्टिंग,गैस सेंसर अलार्म, लाई फाई मॉडल, भू तुल्यकाली उपग्रह, संशोधित बैशाखी, स्वचालित गेहूं धोने की मशीन, वैदिक पादुका, , वैक्यूम क्लीनर, ऑटोमेटिक स्ट्रीट लाइट,स्मार्ट फार्मर स्टिक, अम्लीय वर्ष, ऊर्जा प्रवर्धक, रीजेनेरतिव ब्रेकिंग सिस्टम, गोबर गैस, एस्केलेटर, रोबोट हाइड्रोलिक ब्रेक, सोलर पावर इरिगेशन सिस्टम आदि मॉडल प्रदर्शित किए गए।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य जीआईसी राधेश्याम, प्रधानाचार्य जीआईसी सूरतगंज अरविंद सिंह, डॉ पूनम सिंह वाईस प्रिंसीपल जीजीआईसी प्रिंसीपल जगदीश प्रसाद, प्रिंसीपल अंजना सिंह,प्रिंसिपल डॉ इसरार, प्रिंसिपल भारत लाल विश्वकर्मा प्रिंसिपल राजकीय हाई स्कूल घुंघटैर करुणा सिंह सहित अनेक प्रधानाचार्य एवं अनुवीक्षण समिति के सदस्य राहुल सिंह सूर्यवंशी, आरती सिंह, सहित जनपद के माध्यमिक विद्यालयों के विज्ञान शिक्षक -शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।