स्वार्थसिद्ध के लिए कानाफूसी कर सत्ताधारी नेताओं के बीच खड़ी कर दिया दीवार
सत्ताधारी नेताओं का करीबी बताकर जमारहे रौब
कृष्ण कुमार शुक्ल/अंजनी अवस्थी रामनगर बाराबंकी। निष्ठावान कार्यकर्ताओ के ऊपर चाटुकार भारी साबित हो रहे है।जिससे दलीय निष्ठा तार तार होकर मेहनती कार्य कर्ताओ का मुख मोड रही है।किसी भी दल के कार्य कर्ता अपने दल के नेताओ के प्रति जी जान से समर्पित रहकर दलीय प्रचार प्रसार से लेकर सामाजिक गतिविधियो मे वह एडी से चोटी तक का जोर लगा देते थे।बडे नेताओ के निर्देश पर लाठी गोली खाने मे भी इनकी भागीदारी निश्चित थी।लेकिन अब ऐसा नही है दल और अपने नेता के नाम पर जीत का ताज हासिल कर लेने वाले अधिकांश नेताओ के इर्द गिर्द बिना मूछ वाले जिन्हे केवल भईया की जय हो कहने भर ज्ञान है वह उनके सारथी बने हुये देखे और पाये जा रहे है।सामाजिक सरोकारो से उनका कोई लेना देना देना नही है और न ही समाज मे उनकी कोई पहचान है हा शोषल मीडिया पर वह मुफ्त मे शासन प्रशासन का अपने तरीके से पक्ष रखकर हो हल्ला मचाये है।शोषल मीडिया पर कोई विधायक का करीबी तो कोई सासंद का हम सफर लिखकर अपना अपना ढंग प्रस्तुत कर रहे है।अधिकतर यह लोग उधर से इधर कनफुस्की कर अपने नेताओ मे खास बनने का कार्य कर रहे है।ऐसै लोग कार्यकर्ताओ को जोड़ने के बजाय दूर कर पार्टी नेताओं के बीच भी दीवार खड़ी कर रहे है।ऐसै बिना मूछ के और मूछ वाले नवयुवको के प्रति समय रहते ध्यान नही दिया गया तो इसका खामियाजा पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भुगतना पड़ सकता है।विधानसभा क्षेत्र 267 में भाजपा पार्टी के नेताओं के बीच मे आज कल गुटबाजी चरम पर चल रही है।कुछ छोटे बडे नेताओ के मध्य चल रही रार मे ऐसे खबरीलालो की अहम भूमिका है।जिसे भाजपा के कार्यकर्ता बनकर वह लोग निभा रहे है।बडी संख्या मे दल बदलू कार्यकर्ता मोटी रकम कमाने के चक्कर में पार्टी का बंटाधार कर रहे हैं।शोषल मीडिया प्लेटफार्म पर अपने चहेते नेता की मात्र फ़ोटो और चापलूसी कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं।विकास कार्य और आपराधिक गतिविधियो से लेकर हर जगह केवल भ्रष्टाचार मे सहयोगी बनकर आमजनो से छलावा कर रहे है।मीठे जहर से लेकर ठेकेदारी पट्टेदारी के कार्यो मे इनका दखल बा खूबी देखा जा रहा है।हांलाकि ऐसे बदनाम लोगो का समाज मे कोई वजूद नही है।अब अपने आका की बदौलत सुबह से शाम तक दो चार लोग सलाम कर लेते हो यह बात अलग है।मगर इस बात की कीमत भोली भाली जनता को चुकाना पड़ रहा है।सोचनीय बात तो यह है कि जिस पार्टी में रहकर कमाई कर रहे हैं।अपने निजी स्वार्थ के लिए उसी सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट कर पार्टी का बंटाधार करने मे पूरी तरह से मशगूल है।कार्यकर्ता के नाम भ्रष्टाचार करने वाले चंद लोग इधर की बात उधर कर भाजपा पार्टी के नेताओं के बीच भी मोटी दीवार खड़ी कर अपना उल्लू सीधा कर रहे है।ऐसे कार्यकर्ताओं से क्षेत्र के अधिकारी कर्मचारी भी पीड़ित है।लेकिन इन खबरीलालो से अवैद्म कमाई हो जाने के चलते कमाऊ पूत के रुप मे छूट भी हासिल रहती है।ऐसा भी नही है इन खबरीलालो का सत्ता धारी दल से ही विशेष लेना देना है जिले से लेकर प्रत्येक क्षेत्र मे यह लोग सक्रिय है।पक्ष विपक्ष सभी के यहा इधर से उधर के माहिर मुखबिर लगे हुये है।अधिकतर दल बदलू कार्यकर्ता ऐसा कृत्य करने में जुटे हैं।अपने आप को बाहुबलियों में गिनाकर भाजपा में तो शामिल हैं।जनता मे भी जिनकी विशेष पहचान बन चुकी है हालांकि ऐसै लोग पूर्व के विधानसभा चुनाव मे अपना बूथ भी जिसके साथ रहे उसे नही जिता पाये।सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है।वह पार्टी के लिए कितनी मदद गार है।ऐसै लोगो की वजह से तमाम ईमानदार सिपाही अपने ही दल से मुंह मोड़ रहे।आज समय रहते ही इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो आगामी लोकसभा चुनाव में इसका परिणाम सिर चढकर बोलेगा।